रुद्रप्रयाग-हरेला पर्व के अवसर पर उच्च शिखरीय पादप कार्यिकी शोध केंद्र (हैप्रेक)हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर द्वारा जैव प्रौद्योगिकी विभाग(DBT) परियोजना के अंतर्गत उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाने वाली औषधीय एवं सगन्ध पादप (कुटकी, चिरायता,अतीस आदि)के जैविक कृषिकरण, जागरूकता एवं निशुल्क पौध वितरण कार्यशाला का आयोजन ग्राम सभा-उषाड़ा विकासखण्ड उखीमठ रुद्रप्रयाग में किया गया। आयोजित कार्यशाला में 30 से अधिक कृषकों ने प्रतिभाग किया। इसके साथ ही इच्छुक काश्तकारों को लगभग 10 हजार पौधों का वितरण भी किया गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि पृथ्वी सिंह नेगी(वन दरोगा ताला)ने ग्रामीणों को जड़ी-बूटियों के कृषिकरण करने हेतु प्रोत्साहित कर हरेला पर्व की शुभकामनाएं दी।वहीं ग्राम प्रधान उषाड़ा कुंवर सिंह ने हैप्रेक विभाग का धन्यवाद करते हुए कहा कि जड़ी-बूटियों का कृषिकरण करने के साथ युवा इसे अपनी आजीविका का साधन बनायें तो युवाओं के लिये यह रोजगार का अवसर साबित होने वाला है।