रुद्रप्रयाग-मद्महेश्वर घाटी की सुप्रसिद्ध लेखिका जीवन्ती देवी खोयाल की भगवती राकेश्वरी की महिमा पर आधारित पुस्तक रांसमाई लोक परम्परा का लोकार्पण किया गया। राइंका रांसी में रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रमों व कविता पाठ के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।भगवती राकेश्वरी की महिमा पर आधारित रांसमाई लोक परम्परा पुस्तक के लोकार्पण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेते हुए उपजिलाधिकारी ऊखीमठ जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि भगवती राकेश्वरी की महिमा का गुणगान केदारखंड में विस्तृत से किया गया है। इसलिए यह तीर्थ सिद्ध पीठ के रूप में जाना जाता है। उन्होंने लेखिका जीवन्ती देवी खोयाल के प्रयासों की जमकर प्रशंसा की। कहा कि लेखकों, साहित्यकारों व पत्रकार का जीवन सदैव समाज को समर्पित होता है। विशिष्ट अतिथि पूर्व कैप्टन प्रकाश पंवार ने कहा कि मद्महेश्वर घाटी युगों से देवी-देवताओं की तपस्थली रही है।