रुद्रप्रयाग-एक ओर सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने के दावे कर रही है वहीं स्वीकृत पदों के सापेक्ष मेडिकल स्टाफ न होने से जनपद के जिला चिकित्सालय में मुश्किलें पैदा हो रही है। यहां स्टाफ नर्स के 32 पद स्वीकृत है जिसमें से महज 8 ही तैनात है।जिला चिकित्सालय के दो भागों में बंट जाने से जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग और कोटेश्वर के संचालन में अस्पताल प्रशासन को दिक्कतें आ रही है जबकि मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय में स्टाफ नर्स के 32 पदों के सापेक्ष 12 तैनात है। इनमें से भी 4 देहरादून सम्बद्ध है ऐसे में अस्पताल में महज 8 स्टाफ नर्स ही कार्यरत है जिससे स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन में परेशानियां पैदा हो रही है। मरीजों को भी मेडिकल स्टॉफ की कमी साफ महसूस हो रही है। जिले का प्रमुख अस्पताल होने के कारण यहां बड़ी संख्या में मरीज आते है वहीं कोटेश्वर अस्पताल भी जिला अस्पताल के संचालन से ही और भी व्यवस्थाएं जुटानी पड़ रही है किंतु पर्याप्त स्टॉफ नर्स नहीं है। सीएमएस डॉ आरएस पाल ने बताया कि स्वीकृत 32 पदों के सापेक्ष 8 स्टॉफ नर्स ही कार्य कर रही हैं और 4 देहरादून सम्बद्ध है। इस कमी को पूरा करने के लिए विभागीय उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है साथ ही पत्राचार भी किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि स्टॉफ नर्स के स्वीकृत पदों की तुलना में काफी कम स्टॉफ है इसलिए अस्पताल प्रशासन के साथ ही मरीजों को दिक्कतें हो रही है।