उत्तरकाशी
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित कर दी गई है। शुक्रवार को शारदीय नवरात्रि के नवमी तिथि पर गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने कपाट बंद करने की तिथि तय की। गंगोत्री धाम के कपाट आगामी दो नवम्बर को अभिजीत अभिजीत मुहूर्त पर दोपहर 12:14 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद देश -विदेश से आने वाले श्रद्धालु मां गंगा के शीत कालीन प्रवास मुखबा गांव में ही मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे।
शुक्रवार को शरादीय नवरात्री के नवें दिन गंगोत्री गंगोत्री मंदिर समिति और तीर्थ पुरोहित ने गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि और शुभ मुहूर्त निकाला। तय मूहूर्त के अनुसार गंगोत्री धाम के कपाट 02 नवंबर को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ आगामी 6 माह के लिए बंद कर दिए जाएंगे। कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखीमठ यानी मुखबा के लिए रवाना होगी।
गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने बताया कि 02 नवंबर को दोपहर 12:15 मिनट पर गंगोत्री धाम से मां गंगा की डोली रवाना होगी। जो रात्रि प्रवास के लिए भैरों घाटी स्थित देवी मंदिर पहुंचेगी। जहां रात्री विश्राम करने के बाद अगले दिन 03 नवंबर को भैया दूज के पर्व पर मां गंगा की उत्सव डोली मुखबा गांव पहुंचेगी। जहां शीतकाल के छह माह तक देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्री एवं श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन मुखबा गांव में ही करेंगे। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने का मूहूर्त शनिवार को निकाला जायेगा।