गोविंदघाट, चमोली: हेमकुंड साहिब
यात्रा की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। मंगलवार को हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की टीम भारतीय सेना के जवानों के साथ घांघरिया के लिए रवाना हुई। यात्रा मार्ग का निरीक्षण करने के बाद यह टीम बुधवार को गोविंदघाट लौटेगी।

गुरुद्वारा गोविंदघाट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि यात्रा मार्ग का भौतिक निरीक्षण करने के लिए गुरुद्वारा के सेवादार और सेना के जवान संयुक्त रूप से घांघरिया तक पहुंच रहे हैं। निरीक्षण के बाद यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का कार्य शुरू होगा।

उन्होंने बताया कि फिलहाल घांघरिया से आगे हेमकुंड साहिब की ओर लगभग छह किलोमीटर लंबे आस्था पथ पर मोटी बर्फ की परत जमी हुई है। मौसम और हालात को देखते हुए सेना के जवान मई माह की शुरुआत से बर्फ हटाने का कार्य आरंभ करेंगे, ताकि 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित समय पर खोले जा सकें।

प्रबंधन कमेटी ने बताया कि यात्रा मार्ग को सुरक्षित और सुचारु बनाने के लिए इस बार भी सेना और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर कार्य किया जाएगा। बर्फ हटाने, पुलों की मरम्मत, पेयजल, शौचालय, और स्वास्थ्य सुविधा जैसी आवश्यक व्यवस्थाएं जल्द शुरू की जाएंगी।
गौरतलब है कि हेमकुंड साहिब सिख समुदाय का एक अत्यंत पवित्र तीर्थस्थल है, जहां हर वर्ष हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। यात्रा मार्ग में बर्फ जमा होने के कारण हर साल कपाट खुलने से पहले व्यापक तैयारी की जाती है। इस बार भी यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं।