श्रीनगर, गढ़वाल। नगर निगम श्रीनगर के घसिया महादेव टीचर्स कालोनी में एक साथ आठ मकानों में भयानक दरारें पड़ने से पूरे आवासीय भवन जीर्ण-शीर्ण हो गये हैं। दुःख की इस घड़ी में भवन स्वामी अपने आशियानों को छोड़कर जरूरी सामान लेकर किराए के मकानों में रहने को मजबूर हैं। प्रभावितों ने कहा कि रेलवे सुरंग निर्माण के दौरान भारी भरकम ब्लास्टिंग की जाती थी,जिस कारण आज उनके आवासीय भवनों में दरारें पड़ गयी हैं। प्रभावित सरोजनी देवी, विकास सिंह, वासुदेव कंडारी, सुधा देवी, राकेश नैथानी ने कहा कि रेलवे निर्माण कार्य में लगातार हो रही ब्लॉस्टिंग की शिकायत स्थानीय प्रशासन और रेलवे प्रशासन को कई बार की गई है, लेकिन प्रभावितों की बातों को हमेशा अनसुना किया गया है। जिसका परिणाम आज उन्हें भुगतना पड़ रहा है। पूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष जितेन्द्र धिरवाण ने कहा कि रेलवे विकास निगम लिमिटेड के तमाम आलाधिकारियों से संचार संपर्क साधा जा रहा है, लेकिन कोई भी फोन उठाने के लिए राजी नहीं है। रेलवे सुरंग निर्माण के दौरान की गई अंधाधुंध ब्लाटिंग और मानकों के विपरीत काम करने में जो जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था एवं रेलवे की बनती है उसके हिसाब से आरवीएनएल क्षतिग्रस्त हुए भवन स्वामियों को रेलवे द्वारा शीघ्र विस्थापित किया जाना चहिए। भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. सुधीर जोशी ने कहा कि यथाशीघ्र रेलवे ने प्रभावितों की मदद करने के लिए कार्रवाई नही की तो नगर निगम वासी रेलवे प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे।इधर, तहसीलदार श्रीनगर दीपक भंडारी ने बताया कि एनएच, पीडबल्यूडी, तहसील प्रशासन और जियोलोजिस्ट के द्वारा संयुक्त रूप से प्रभावित क्षेत्र की जाँच की जा रही है, जो घर रहने लायक नहीं है उन भवन स्वामियों को अन्यत्र शिफ्ट होने या प्रशासन द्वारा व्यवस्था की जाने की बात कही गई है। संयुक्त टीम द्वारा मौके पर मुआयना किया जा रहा है जिसके बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी।