देहरादून-27 अक्टूबर 2025
उत्तराखण्ड के देहरादून जिले से ताल्लुकात रखने वाली इस खबर का शीर्षक पढ़कर आप समझ ही गए होंगे कि अफवाहें किस कदर खतरनाक हो सकती है। जिस बेटी को गुलदार के ले जाने की बात कहकर परिजनों ने हंगामा मचा दिया वह अपने प्रेमी के साथ उत्तराखण्ड के देहरादून में सकुशल मिली। दरअसल यह पूरा मामला पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के राजपुर नन्हेड़ा गांव का है जहां बीते गुरुवार को एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया जिसने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया।
सुबह खबर फैली कि खेत में गई 20 वर्षीय युवती को गुलदार उठा ले गया है। कुछ ही मिनटों में गांव में अफरा-तफरी मच गई, और देखते ही देखते पुलिस, प्रशासन और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। परंतु घंटों चले सर्च अभियान और ड्रोन से की गई तलाशी के बाद भी ना तो गुलदार मिला और ना ही लड़की का कोई सुराग। हालांकि देर शाम युवती की लोकेशन देहरादून में मिली, तो सबने राहत की सांस ली।
सुबह खेत गई और लापता हो गई युवती⤵️
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिजनौर के नन्हेड़ा गांव निवासी विनोद देवी बीते गुरुवार सुबह करीब नौ बजे अपनी दो बेटियों 20 वर्षीय — और 18 वर्षीय — के साथ जंगल की ओर पशुओं के लिए चारा लेने गई थी.बताया गया है कि रास्ते में साक्षी ने शौच की इच्छा जताई और गन्ने के खेत की ओर चली गई, जबकि मां और छोटी बहन चकरोड पर ही रुक गईं। कुछ देर बाद खेत की ओर से तीन बार “मां…” पुकारने की आवाज आई, फिर अचानक सन्नाटा छा गया। जब विनोदी ने साक्षी के नाम की आवाज लगाई गई तो कोई जवाब नहीं मिला। खेत के किनारे साक्षी की चप्पल पड़ी मिली, और परिवार ने यह मान लिया कि गुलदार ने बेटी पर हमला कर दिया।
गांव में फैली दहशत, जुटा पूरा प्रशासनिक अमला⤵️
इस घटना की खबर देखते ही देखते पूरे क्षेत्र में फैल गई जिससे ग्रामीण दहशत में आ गए। कुछ ही देर में लाठी-डंडों से लैस सैकड़ों ग्रामीण खेतों में जुट गए। सूचना मिलते ही एसडीएम धामपुर स्मृति मिश्रा, सीओ अभय कुमार पांडे, तहसीलदार धनराज कुमार, रेंजर शशांक गुप्ता और थानाध्यक्ष धीरज नागर टीमों के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस और वन विभाग ने पूरे इलाके में सर्च अभियान शुरू किया। ड्रोन कैमरों की मदद से खेतों और जंगलों को खंगाला गया, लेकिन युवती का कोई सुराग नहीं मिला। सुबह से शाम तक चले इस अभियान में ग्रामीणों ने भी प्रशासन का साथ दिया।
दिन भर गांव और आस-पास के इलाकों में यह अफवाह फैलती रही कि गुलदार ने युवती को उठा लिया है।दहशत के माहौल में आसपास के खेतों में काम कर रहे मजदूर भी घरों को लौट गए। सोशल मीडिया पर यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई और लोग लगातार अपडेट मांगने लगे।
शाम को फोन आया — “मैं देहरादून में हूं”⤵️
बताया गया है कि करीब छह बजे साक्षी के पिता योगेश कुमार के मोबाइल पर फोन आया। कॉल साक्षी की थी, जिसने बताया कि वह देहरादून में है और सुरक्षित है। यह सुनते ही परिवार और प्रशासनिक अधिकारियों के चेहरे पर राहत लौट आई। नहटौर पुलिस ने तुरंत एक टीम को देहरादून रवाना किया और लोकेशन की पुष्टि की।
डीएफओ बोले — “गुलदार का कोई सबूत नहीं मिला”⤵️
इस मामले में डीएफओ जय सिंह कुशवाह ने बताया कि सुबह से ही वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद थी। उन्होंने कहा, “हमने पूरे इलाके में तलाशी ली, लेकिन गुलदार की मौजूदगी या हमले के कोई निशान नहीं मिले। परिवार ने जल्दबाजी में गलत निष्कर्ष निकाला जिससे अनावश्यक डर और अफवाहें फैल गईं।” उन्होंने यह भी कहा कि झूठी सूचना देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की गलतफहमियां न फैलें।
प्यार में उठाया कदम, बनी अफवाह की वजह⤵️
जांच में सामने आया कि युवती खुद अपने प्रेमी के साथ देहरादून चली गई थी। परिवार ने समाज में बदनामी से बचने के लिए “गुलदार उठा ले गया” वाली कहानी बना दी। पुलिस प्रशासन अब पूरे प्रकरण की जांच कर रही है और युवती से पूछताछ के बाद कोर्ट में उसका बयान दर्ज कराया जाएगा। फिलहाल युवती सुरक्षित है और पुलिस ने उसे देहरादून से बरामद कर लिया है। आखिरकार युवती तो सुरक्षित मिल गई, मगर यह घटना चेतावनी छोड़ गई कि अफवाहें भी कभी-कभी किसी आदमखोर गुलदार’ से कम खतरनाक नहीं होतीं।






