रुद्रप्रयाग-उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी मोहित डिमरी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि 2 अक्टूबर को जिन व्यापारियों ने अंकिता हत्याकांड के विरोध में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद नहीं किए, उनकी दुकानों से जनता सामान न खरीदे।
दरअसल, अंकिता हत्याकांड के विरोध में 2 अक्टूबर को सम्पूर्ण उत्तराखंड बंद का आह्वान किया गया था। जिसका पहाड़ी क्षेत्र में व्यापक असर रहा। जबकि बड़े शहरों में व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। प्रदर्शनकारियों को दुकानें जबरन बंद करवानी पड़ी।बंद का आह्वान करने के बावजूद सम्पूर्ण बंद न होने पर यूकेडी के केंदीय मीडिया प्रभारी मोहित डिमरी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर के दिन देहरादून सहित अन्य बड़े शहरों में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद नहीं की थी। ऐसे व्यापारियों का त्योहार के सीजन में बहिष्कार किया जाय। लोग इनके यहां से खरीददारी न अपनी एकजुटता का परिचय दें। उन्होंने कहा कि अंकिता उत्तराखंड की बेटी थी और हरेक उत्तराखंडी उसे न्याय दिलाना चाहता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कई बड़े व्यापारी ऐसे हैं, जिन्हें पहाड़ की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। जबकि इनका व्यापार पहाड़ की वजह से ही चल रहा है। अब समय आ गया है कि हम ऐसे लोगों को चिन्हित करें और इनका बहिष्कार करें। हमें एकजुटता दिखानी होगी।
युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि उत्तराखंड की अस्मिता को लेकर लड़ाई अब आर-पार की होगी। इस लड़ाई में जो साथ नहीं देगा, उसका बहिष्कार किया जाएगा। जब तक अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा नहीं हो जाती और उत्तराखंड से जंगलराज खत्म नहीं हो जाता, यह लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने इस लड़ाई में आम जनता से सहयोग की अपील की है।