वर्ष 2013 की आपदा में केदारनाथ में दिवंगत हुए लोगों की याद में बदरी-केदार मंदिर समिति ने केदारनाथ मंदिर परिसर में श्रद्धांजलि सभा की। इस मौके पर दो मिनट मौन रखते हुए दिवंगतों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।गुरुवार को केदारनाथ धाम में मंदिर परिसर के निकट मंदिर समिति कार्यालय में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। जबकि मंदिर के आगे दीप जलाए गए। इस दौरान पुजारी टी. गंगाधर लिंग, प्रभारी अधिकारी केदारनाथ आरसी तिवारी, केदार सभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला सहित कई तीर्थयात्री मौजूद थे। यह कार्यक्रम देर शाम तक जारी रहा। इस दौरान मंदिर परिसर में तीर्थयात्रियों द्वारा भी दिवंगतों की स्मृति में दीप जलाए गए हैं। उधर, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि आपदा के दौरान दिवंगत हुए तीर्थयात्रियों के परिजनों के प्रति बीकेटीसी शोक संवेदना व्यक्त करती है। बदरीनाथ धाम में भी आपदा में दिवंगतों की आत्म शांति के लिए प्रार्थना की गई।इस दौरान रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल आदि मौजूद थे। बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को आपदा में दिवंगत हुए तीर्थयात्री एवं स्थानीय लोगों की याद में श्रद्धांजलि दी जा रही है।
वहीँ सोनप्रयाग में भी केदारनाथ आपदा की नौंवी बरसी में युवाओं और स्थानीय निवासियों ने आपदा में जान गंवाने वाले मृतकों की आत्मा की शाँति के लिए दो मिनट का मौन रख कर अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की । सोनप्रयाग के नजदीक सीतापुर में जुटे युवाओं ने सरकार और प्रशासन से भी गुहार लगाई की भविष्य में ऐसी आपदा दोबारा न आये इसके लिए तकनीकी तौर से मजबूत और अधिकारियों को भी मुस्तैद रहने की आवश्यकता है । यूकेडी के युवा नेता लूशुन टोडरिया ने कहा कि आपदा में मारे गए मृतकों को सच्ची श्रद्धांजलि वह होगी जब तमाम यात्री और स्थानीय लोग आस पास गंदगी नही फैलाएंगे तथा केदारनाथ व आस पास के क्षेत्र का वातावरण प्रदूषित नही करेंगे,वहीं टिहरी क्षेत्र के डागर पट्टी निवासी मनोज नेगी ने कहा कि सरकार और प्रशासन को मानसून के आस पास और भी ज्यादा सक्रिय तरीके से कार्य करना चाहिए ताकि यात्रियों से लेकर स्थानीय निवासियों को कोई परेशानी न हो । श्रदांजलि सदेने वालो में मुकेन्द्र सिंह नेगी,बिजेंद्र सिंह जयाड़ा,दिगम्बर सिंह नेगी,अनिल सिंह, मनोहर सिंह आदि मौजूद रहे।