चमोली-हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर अटलाकोटी के समीप आज सुबह हिमखंड आ गया, जिसके चलते दो घंटे तक यात्रा रोक दी गई। मार्ग पर हिमखंड को हटाने के बाद घांघरिया से श्रद्धालु भेज गए। घांघरिया के थाना प्रभारी नरेंद्र कोटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमखंड के चलते यात्रा दो घंटे प्रभावित रही।
मौसम खुलने के साथ ही हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा चरम पर पहुंचने लगी है। रविवार को करीब 1700 तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर पहुंचे। अटलाकुड़ी ग्लेशियर से हेमकुंड साहिब तक तीन किलोमीटर क्षेत्र में बर्फ के बीच तीर्थयात्री एक दूसरे का हाथ पकड़कर आगे बढ़ रहे हैं।
यात्रियों में तीर्थयात्रा को लेकर उत्साह बना हुआ है। दो दिन तक मौसम खराब होने के बाद रविवार को मौसम जैसे ही खुला तो हेमकुंड साहिब की यात्रा करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ गई।हेमकुंड साहिब में इस वर्ष मौसम के खराब होने के बाद सीधे बर्फबारी हो रही है।
स्थिति यह है कि हेमकुंड साहिब में हिमसरोवर अभी भी बर्फ से ढका हुआ है।गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि मौसम सामान्य होते ही हेमकुंड साहिब के तीर्थयात्री सुबह पांच बजे से ही अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि मौसम सामान्य रहते ही तीर्थयात्रा बढ़ने की उम्मीद है।मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा इन इलाकों में तेज गर्जना के साथ 70 किलोमीटर की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं।