गैरसैंण-ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के प्रति सरकार की नजरअंदाजी को लेकर कांग्रेसियों ने गैरसैंण तहसील में आज धरना दिया। गैरसैंण नगर के कांग्रेसियों ने नायब तहसीलदार राकेश पल्लव के जरिए मुख्यमंत्री धामी को ज्ञापन भी भेजा है।गुरुवार को तहसील में धरना देते हुए कांग्रेसियों ने कहा कि भाजपा सरकार के तत्कालीन सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने 5 मार्च 2020 को गैरसैंण को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था। उसके बाद सरकार पलट कर यहां नहीं आयी, न ही यहां विधानसभा का बजट सत्र आयोजित किया गया। इस कारण उन्हें धरना देना पड़ रहा है।
धरना देते हुए कोंग्रेसियों ने कहा कि यदि छ: माह के लिए ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण से सरकार का कार्य संचालित नहीं की किया जाता तो कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन करने को बाधित होगी।वहीं धरना देने वालों में नगर कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र बिष्ट, ब्लॉक अध्यक्ष केएस बिष्ट, प्रदेश सचिव मुकेश नेगी, राजेन्द्र सगोई (पूर्व प्रमुख), जिला महामंत्री संजू बिष्ट, संजय कुमार, सभासद कुंवर सिंह रावत, क्षेपंस हरेन्द्र कंडारी, मुकेश ढौंडियाल, मोहन लाल, गोपाल पंत, सुरेन्द्र धीमान, दीवान राम, अजय भंडारी और राकेश नेगी थे।