देहरादून-प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पेपर लीक मामले में आरोपियों के बैंक खातों में जमा और नकदी के रूप में 1.14 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। इसमें बड़ा हिस्सा आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का बताया जा रहा है। इसके अलावा आरोपियों के ठिकानों से कई तरह के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। इनमें ज्यादातर संपत्तियों से जुड़े हैं। ईडी अभी इस मामले में जांच कर रही है। जल्द कुछ बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।गौरतलब है कि ईडी ने मंगलवार को देहरादून से लेकर लखनऊ तक आरोपियों के ठिकानों पर छापे मारे थे। देहरादून और उत्तरकाशी के मोरी में हाकम सिंह के हॉस्टल व रिजॉर्ट में कार्रवाई की गई। बिजनौर के धामपुर में केंद्रपाल, ऊधमसिंह नगर के रामनगर में चंदन मनराल, लखनऊ में आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन के मालिक राजेश चौहान और उसकी फर्म पर छापे मारे गए। कार्रवाई के अगले दिन ईडी ने प्रेस रिलीज जारी कर इसकी पुष्टि भी की है। ईडी ने विभिन्न जगहों से बैंक खातों, लॉकर नकदी के रूप में 1.14 करोड़ रुपये जब्त (नगद सीज और बैंक खातों में जमा राशि फ्रीज की गई) किए हैं।जांच में पाया गया कि आरएमएस कंपनी के मालिकों ने थोड़े ही समय में काफी संपत्तियां अर्जित की हैं। इस कार्रवाई में बड़ा हिस्सा इसी कंपनी का बताया जा रहा है। कंपनी के दफ्तर से कब्जे में लिए गए दस्तावेज की जांच से मनी लॉन्ड्रिंग की भी पुष्टि हो रही है। ईडी के अनुसार अभी इस मामले में जांच चल रही है। जल्द ही कुछ और बड़े खुलासे भी किए जा सकते हैं। बता दें कि आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन ही इस पेपर लीक मामले में केंद्र में थी। इसी कंपनी ने पेपर छापे और फिर इन्हें बिचौलियों के माध्यम से 10-12 लाख रुपये प्रति पेपर अभ्यर्थियों को बेचे गए।