रूद्रप्रयाग। सबसे उंची चोटी पर बिराजमान तृतीय केदार के दर्शन के लिए गये देर शांय दो श्रद्धालुओं की आक्सीजन और अत्यधिक ठडं और भारी बारिश के कारण श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सांस लेने और अत्यधिक ठन्ड के कारण एक श्रद्धालु की धाम में मौत हो गयी जबकि एक दूसरा साथी को स्थानीय दुकान दारों ने ठन्ड से बचने के लिए कपडें व गर्म पानी देकर किसी तरह से उसकी जान बचा ली। स्थानीय लोगों द्धारा पुलिस केा सूचना देने पर एसडीआरएफ रात 9 बजकर 30मिनट पर धाम पहॅूची और रेस्क्यू शुरू किया। एक बीमार व्यक्ति को धाम से चेापता लाया गया जहां रात को फस्टेड दिया गया और आज सुबह 108 के माध्यम से अस्पताल में भर्ती किया जायेगा आपको बता दे कि केदारघाटी तथा तुंगनाथ घाटी में अत्यधिक बारिश के कारण जन-जीवन और ठन्ड बढने के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
तृतीय केदार तुंगनाथ धाम गए श्रद्धालुओं की देर रात्रि अचानक से तबीयत खराब हो गई, एसडीआरएफ को सूचना मिलने पर टीम रात के समय धाम पहुंची, मगर तब तक एक श्रद्धालु की मौत हो चुकी थी, जबकि एक श्रद्धालु का ज्यादा स्वास्थ्य खराब होने पर उसे नीचे लाया गया, धाम में बहुत तेज बारिश हो रही है, जिस कारण श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतें हो रही हैं, चोपता मार्ग से तुंगनाथ धाम की दूरी साढ़े तीन किमी है। मनीष शर्मा पुत्र मदन लाल शर्मा निवासी दिल्ली की मौत हो गयी। तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में एक श्रद्धालु की मौत हो गई, भारी बरसात व खराब मौसम के चलते रात्रि में बीमार यात्री को नीचे लाना संभव नहीं था, इसलिए मौसम के सामान्य होने का इंतजार करना पड़। रात्रि को एसडीआरएफ की टीम मय उपकरण के साथ तुंगनाथ धाम के लिए रवाना हुई। एसडीआरएफरेस्क्यू टीम अंधेरे व विषम मौसम की परवाह न करते हुए वाहन से चोपता पहुंची, जहां से लगभग 3.4 किमी पैदल रास्ता तय कर रात्रि में ही तुंगनाथ पहुंची। लेकिन एक श्रद्धालु की सांस लेने और अत्यधिक ठन्ड के कारण मृत्यु हेा गयी। जबकि दूसरा व्यक्ति को एसडीआरएफ ने त्वरित कार्यवाही करते हुए तुंगनाथ धाम से चोपता तुंगनाथ लाया गया तथा स्थायी उपचार दिया गया आज सुबह 108 के माध्यम से अस्पताल पहॅूचा जा रहा हैं जहां उसका उपचार किया जायेगा।