टिहरी गढ़वाल-बालगंगा तहसील के दूरस्थ क्षेत्र में बसे गेंवाली और जाखाना गांव के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर गेंवाली गधेरे से आर पार जाने को विवश है। बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण स्थानीय गधेरे के ऊफान पर आ जाने से पास बने रास्ते पर भू कटाव होने से ग्रामीणों को आवाजाही करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गेंवाली गांव के पूर्व प्रधान बचन सिंह रावत ने बताया कि गांव के जाने वाले पैदल रास्ते और पैदल पुल बह जाने से ग्रामीणों के समक्ष आवाजाही करने की दिक्कतें पैदा हो गई है। रास्तें और पुल के क्षतिग्रस्त होने से लोगों को मजबूरी में पहाड़ी को पकड़कर जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है।
वहीं जखाना गांव के पूर्व प्रधान गजेंद्र सिंह बांगोडा ने बताया कि पैदल रास्त और पुल के क्षतिग्रस्त होने लोगों को जान जोखिम में डालकर पहाड़ी रास्ता पार करने को मजबूर हैं। कहा पहाड़ी रास्ता पार करते समय जरा सा संतुलन बिगड़ गया तो सीधे उफनाते गधेरे में गिरने का हर समय भय बना है। उन्होंने शासन-प्रशासन से शीघ्र क्षतिग्रस्त हुए रास्ते और पुल की मरम्मत की मांग की है। कहा अभी तो बरसात का सीजन शुरु ही हुआ है और ग्रामीणों की समक्ष अभी से आवाजाही का संकट खड़ा हो गया है। भाजपा मंडलध्यक्ष गिरीश नौटियाल, पंकज भट्ट आदि ने शासन-प्रशासन क्षतिग्रस्त रास्ते के पैदल पुल के मरम्मत की गुहार लगाई है।