धारचूला-लगातार हो रही बारिश को देखते हुए प्रशासन ने 30 जून तक आदि कैलाश यात्रा पर रोक लगा दी है। 30 जून तक एसडीएम कार्यालय से इनर लाइन परमिट जारी नहीं किए जाएंगे। इसके आदेश एसडीएम धारचूला ने जारी कर दिए हैं। इधर, चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क दूसरे दिन भी बंद रही। सड़क बंद होने से व्यास वैली के सात गांवों और पर्यटकों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। इनर लाइन परमिट नहीं बनने टूर ऑपरेटर, 49 यात्री और कुमाऊं मंडल विकास निगम के 20 यात्री धारचूला में फंसे हुए हैं।मौसम विभाग और एनडीआरएफ ने उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी जारी की है। इसे देखते हुए आदि कैलाश, ओम पर्वत यात्रा पर फिलहाल के लिए रोक लगा दी गई है। दारमा घाटी के पंचाचूली जाने वाले यात्रियों और स्थानीय लोगों से अनावश्यक यात्रा नहीं करने की अपील की गई है।
सड़क बंद होने के बाद कुमाऊं मंडल विकास निगम के 18वें दल के 20 यात्री और आदि कैलाश टूर ऑपरेटर के 49 यात्रियों का इनर लाइन पास नहीं बन पाया। आदि कैलाश टूर ऑपरेटर के संचालक नगेंद्र कुटियाल ने बताया कि उनके साथ गुजरात, अहमदाबाद, बेंगलुरु, दिल्ली, पंजाब, देहरादून और भीमताल से आए 49 यात्री आए हुए हैं। सभी दो दिनों से धारचूला में ही फंसे हैं।
लखनपुर के पास बोल्डर आने और खराब मौसम के कारण बीआरओ को चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क खोलने में दिक्कत हो रही है। ये सड़क सोमवार को तवाघाट पुल के पास बोल्डर और मलबा आने से बंद हो गई थी। दोनों जगह सड़क बंद होने से व्यास घाटी के सात गांव के लोग, सुरक्षा बलों के जवान और दर्जनों वाहन फंसे हुए हैं। तवाघाट-सोबला सड़क को हिलवेज कंपनी ने खोल दिया है जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। ये सड़क दोबाट और रोंगती नाले के उफान पर आने से बंद हो गई थी।
वहीं एसडीएम धारचूला दिवेश शाशनी ने बताया कि
30 जून तक आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा पर रोक रहेगी। एसडीएम कार्यालय से इनर लाइन परमिट जारी नहीं किए जाएंगे।