देहरादून-उत्तराखंड में कैबिनेट फेरबदल और विस्तार को लेकर एक बार फिर सुगबुगाहट तेज है। बीजेपी नेताओं को आलाकमान ने दिल्ली तलब किया है। जिससे सियासी हलचल बढ़ने लगी है। 25 जुलाई यानि मंगलवार को उत्तराखंड बीजेपी के सभी सांसदों की दिल्ली में बैठक बुलाई गई है। जिसमें मुख्यमंत्री धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी शामिल होंगे। धामी आज ही दिल्ली रवाना होंगे और 25 जुलाई की बैठक के बाद वापस देहरादून लौटेंगे। केंद्र सरकार में भी कैबिनेट फेरबदल की अटकलें हैं ऐसे में उत्तराखंड के सांसदों के साथ होने वाली बैठक काफी अहम मानी जा रही है। उत्तराखंड से फिलहाल अजय भट्ट ही केंद्र सरकार में राज्य मंत्री हैं।ऐसे चर्चा इस बात को लेकर भी है कि क्या उत्तराखंड के कोटे में एक और मंत्री आएगा? या अजय भट्ट का कद बढ़ाया जाएगा या किसी दूसरे सांसद को मौका दिया जाएगा? ना जा रहा है कि इस बैठक में सबकुछ तय हो जाएगा और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भी सबकी जिम्मेदारी तय कर दी जाएगी। सरकार और संगठन के साथ तालमेल के साथ साथ सांसदों को जमीन पर उतरकर सरकार की योजनाएं जनता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी दी जाएगी। उत्तराखंड कैबिनेट में भी 4 पद खाली हैं और लंबे अर्से से विस्तार की अटकलें चल रही हैं। लिहाजा दिल्ली की बैठक में इस पर भी फाइनल डिसीजन होने की उम्मीद है। अब सवाल यही है कि इस बार क्या विस्तार पर मुहर लग जाएगी या इंतजार ही करना पड़ेगा?
मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री गडकरी से भी करेंगे मुलाकात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी व अन्य केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। नई दिल्ली के पिछले दौरे में उन्होंने गडकरी से मुलाकात का समय लिया था। लेकिन दिल्ली से बाहर होने की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई थी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री गडकरी से मानसखंड कॉरिडोर के सड़क नेटवर्क के लिए सहयोग की मांग करेंगे। साथ ही देहरादून-टिहरी के बीच प्रस्तावित टनल, मसूरी टनल व सैद्धांतिक तौर पर मंजूर हो चुके आधा दर्जन स्टेट हाईवे को राष्ट्रीय राजमार्ग अधिसूचित करने की मांग भी कर सकते हैं। इसके अलावा उनकी मंत्रालय को भेजे गए रोपवे के प्रस्तावों का मसला उठाने की भी तैयारी है। दिल्ली प्रवास के दौरान सीएम अन्य केंद्रीय मंत्रियों व केंद्रीय नेताओं से भी भेंट कर सकते हैं।