गौचर(चमोली)-विश्व प्रसिद्ध राजकीय औद्यौगिक विकास एवं सांस्कृतिक गौचर मेले का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुभारम्भ किया । जनपद आगमन पर गौचर हवाई पट्टी में मौजूद जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना एवं पुलिस अधीक्षक चमोली रेखा यादव ने उनकी अगवाई की।ऐतिहासिक गौचर मेला मैदान पहुँचने पर मुख्यमंत्री ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पडित जवाहर लाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण कर याद किया और जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गौचर मेला उत्तराखंड की विशिष्ट एवं बहुआयामी संस्कृति को प्रदर्शित करता है। मेले हमारी लोक संस्कृति और सामाजिक सरोकार को बनाए रखने के आधार हैं।हमें अपने पूर्वजों से विरासत में मिले लोकपर्व की इस परंपरा को अगली पीढ़ियों तक बढ़ाने की जरूरत है। सात दिवसीय गौचर मेले में उच्च स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जायेगा।मुख्यमंत्री ने सैरिमोनियल ड्रेस से सजे चमोली पुलिस के जवानों का मान प्रणाम ग्रहण किया गया। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष , स्थानीय लीडर और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।गौचर मेला अपने ऐतिहासिक व्यापार मेले के रूप में जाना जाता है। गढ़वाल के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर के सुझाव पर माह नवंबर, 1943 में प्रथम बार गौचर में व्यापारिक मेले का आयोजन शुरू हुआ तथा बाद में धीरे-धीरे इसने औद्योगिक विकास मेले एवं सांस्कृतिक मेले का स्वरूप धारण कर लिया। यह मेला संस्कृति, बाजार तथा उद्योग तीनों के समन्वय के कारण उत्तराखंड व विश्व में प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय है।