ब्यूरो-उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम शुष्क है, लेकिन पाला और कोहरा परेशानियां बढ़ा रहा है। देहरादून समेत ज्यादातर शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस तक नीचे पहुंच गया है। वहीं, अधिकतम तापमान भी सामान्य के आसपास बना हुआ है। देहरादून समेत प्रदेश के तमाम क्षेत्रों में ठंड बढ़ती जा रही है। सुबह-शाम हाड कंपाने वाली सर्दी पड़ने लगी है। हालांकि, दिन में चटख धूख खिलने से कुछ राहत है। दून में न्यूनतम पारा छह डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। साथ ही ज्यादातर इलाकों में पाला और कोहरा दुश्वारियां बढ़ा रहा है। फिलहाल प्रदेश में मौसम शुष्क बने रहने के आसार हैं।मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को पहाड़ों में पाला और मैदानी क्षेत्रों में कोहरा छाया रह सकता है। इसे लेकर चेतावनी जारी की गई है। उत्तराखंड में मौसम शुष्क है, लेकिन पाला और कोहरा परेशानी बढ़ा रहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। देहरादून समेत ज्यादातर शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस तक नीचे पहुंच गया है। वहीं, अधिकतम तापमान भी सामान्य के आसपास बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, अगले कुछ दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में अत्यधिक पाला पड़ने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। मैदानी क्षेत्रों खासकर ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में मध्यम कोहरे की समस्या बनी रहेगी। वहीं आलम ये है कि अब नदी नाले और झरने जमने लगे हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में अब पूर्ण रूप से झरने जम गए हैं।
सर्दियों में बच्चों का रखे विशेष ख्याल
सर्दियों में कई तरह की बीमारी होने का खतरा भी होता है। ठंड के मौसम में सबसे ज्यादा बच्चे बीमार होते हैं। उन्हे बहुत जल्द सर्दी लग जाती है। इसलिए सर्दियों में सबसे पहले बच्चों को बचा कर रखने पर ध्यान दिया जाता है। सर्दी बढ़ने पर अक्सर बच्चों को फ्लू और निमोनिया की शिकायत होने लगती है। सर्दी और खांसी जुकाम से भी बच्चे परेशान हो जाते हैं। खासकर 10 साल तक के बच्चों को सर्दियों में काफी समस्या होती है। ऐसे में जरूरी है कि ठंड से बच्चों को बचाया जाए। सर्दियों के मौसम में खानपान से लेकर रहन-सहन तक पर ध्यान देने की जरूरत होती है। चिकित्सकों के मुताबिक, बच्चों को होने वाले बुखार या खांसी-जुकाम की शिकायत को हल्के में न लें। यहां कुछ आसान से उपाय बताए जा रहे हैं। इससे बच्चों को सर्दियों में बीमारियों से बचाया जा सकता है और उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ रखा जा सकता है।