रुद्रप्रयाग-विभिन्न शिकायतों को देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मंगलवार को जिले के अनेक कार्यालयों एवं संस्थानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई खामियां पाए जाने पर जिलाधिकारी ने संबंधित अफसरों का स्पष्टीकरण मांगा। साथ ही व्यवस्थाएं दुरस्त करने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने मंगलवार सुबह अभिहित (खाद्य सुरक्षा), जिला सेवायोजन, ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण संस्थान, वरिष्ठ निरीक्षक विधिक माप विज्ञान बाड़ तथा माप केन्द्र, सखी वन स्टॉप सेन्टर, जिला दिव्यांग पुर्नवास केन्द्र, जिला उपभोगता आयोग, ज्ञान गंगा उत्कृष्ट केन्द्र, कोतवाली एवं जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान खाद्य सुरक्षा कार्यालय में जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया। जिला अभिहित अधिकारी मनोज कुमार सेमवाल समय से कार्यालय में उपस्थित नहीं थे, ऐसे में उनकी अनुपस्थिति दर्ज की गई। साथ ही स्पष्टीकरण मांगा गया। ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान में विद्युत व्यवस्था ठीक न होने पर तत्काल व्यवस्था दुरस्त करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ निरीक्षक विधिक माप विज्ञान बाड़ तथा माप केन्द्र बंद पाया गया। जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुए संबंधित कार्मिकों का स्पष्टीकरण मांगा। सखी वन स्टॉप सेंटर के निरीक्षण में डीएम ने पीड़ित महिलाओं द्वारा दर्ज की गई शिकायतों तथा काउंसिलिंग की जानकारी ली।
केन्द्र प्रशासक रंजना गैरोला ने बताया कि माह नवम्बर में 2 ही मामले दर्ज हुए हैं, जिस पर 1 मामले पर काउंसिलिंग की जा रही है। जिलाधिकारी ने केन्द्र प्रशासक को सेंटर में आगुंतक पंजिका रखने एवं यहां आने-जाने वाले सभी व्यक्तियों एवं अधिकारियों का पूरा रिकार्ड रखने के निर्देश दिए। उन्होंने वन स्टॉप सेंटर का कोई भी साइन बोर्ड न लगाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल बोर्ड लगाने के निर्देश दिए।वहीं जिलाधिकारी द्वारा कोतवाली का भी निरीक्षण करते हुए यहां इंटरनेट सर्वर डाउन होने की शिकायत पर वरिष्ठ अभियंता स्वान केन्द्र नीरज वश्ष्ठि को दूरभाष पर इंटरनेट व्यवस्था को दुरस्त करने के निर्देश दिए। ज्ञान गंगा उत्कृष्ट केन्द्र के निरीक्षण में डीएम ने यहां प्रशिक्षण ले रहे छात्र-छात्राओं से संवाद किया। जिला चिकित्सालय में चिकित्सा व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने पंजीकरण कक्ष, औषधी कक्ष, प्रसूति वार्ड, बाल रोग कक्ष, एक्सरे कक्ष, दंत कक्ष पैथोलॉजी लैब, पुरुष मेडिकल वार्ड आदि का जायजा लिया। उन्होंने मरीजों को किसी भी दशा में अनावश्यक दवा बाहर से न लिखे जाने के निर्देश अस्पताल प्रशासन को दिए। पैथेलॉजी लैब को निर्देश दिए हैं कि छोटे बच्चों एवं बुजुर्ग व्यक्तियों के सैंपल प्राथमिकता से लिए जाएं। उन्हें लाइन में न खड़ा किया जाए। जिलाधिकारी ने वार्डो में भी मरीजों का हाल चाल पूछा। उन्होंने चिकित्सालय के प्रतिक्षालय कक्ष का टीवी स्क्रीन को तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिए। ब्लड बैंक के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में किसी भी ब्लड ग्रुप की कमी नहीं है। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय के बाहर स्थित मेडिकल स्टोरों का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने कैमिस्टों को उनके द्वारा बिक्री की जा रही दवाओं का रजिस्टर तैयार कर प्रतिदिन का रिकार्ड रखने को कहा। जिलाधिकारी ने थानाध्यक्ष कोतवाली जयपाल सिंह नेगी को सभी मेडिकल स्टोरों के सीसीटीवी कैमरों के निरीक्षण करने एवं जिले के सभी मेडिकल स्टोरों में सीसीटी कैमरे अनिवार्य रुप से लगवाने के लिए उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।