गैरसैंण-गुरुवार को आंदोलनकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से तुरंत जसवंत सिंह को जेल से रिहा करने की मांग की। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द जसवंत को रिहा नहीं किया गया तो वो उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। संघर्ष समिति अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट का कहना है कि 15 अगस्त 2021 को सीएम धामी ने भराड़ीसैंण में स्थाई राजधानी संघर्ष समिति के सदस्यों पर दर्ज मुकदमें वापस लेने की सार्वजनिक घोषणा की थी। लेकिन अभी तक मुकदमें वापस नहीं लिए गए हैं। इसी के तहत उनके साथी जसवंत सिंह की गिरफ्तारी हुई है जो गलत है। बिष्ट का कहना है कि जसवंत सिंह की न्यायालय में पैरवी न होने कारण उन्हें जबरन घर से उठा कर जेल भेज दिया गया। बताया कि जसवंत सिंह गैरसैंण राजधानी निर्माण संघर्ष समिति के आंदोलनकारी हैं जिन पर वर्ष 2018 में भराड़ीसैंण में हुये बजट सत्र के दौरान चक्का जाम सहित अन्य झूठे आरोप प्रशासन ने लगाये थे। प्रदर्शन करने वालों में नारायण बिष्ट, कृष्णा नेगी, धन सिंह, देवेन्द्र बिष्ट, उमा देवी, केएस मेहरा, वीरेन्द लाल, राजेन्द्र सिंह, चैना देवी, मुन्नी, राधा काशी, गोविंदी, लक्ष्मी, गुड्डी व चंद्रमति देवी आदि शामिल थे।बुधवार देर शाम एक वारंटी जसवंत सिंह 35 वर्ष पुत्र अमर सिंह ग्राम स्यूणी मल्ली को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर पुरसाड़ी जेल भेज दिया। यह जानकारी एसओ गैरसैंण सुभाष जखमोला ने दी। दल में उनि पंकज आरक्षी सतपाल व का. अजीत थे।