ब्यूरो-लोगों से निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाली कंपनी की निदेशक को एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। महिला के खिलाफ सात जिलों में 15 मुकदमे दर्ज हैं। उस पर पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई की थी। उस पर विभिन्न जिलों की पुलिस ने 61 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। आरोपी महिला को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। इस मामले में पहले कई आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया, जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड नाम की चिटफंड कंपनी ने 2015 से प्रदेश के लोगों से निवेश कराना शुरू किया था। इस कंपनी में दर्जनों एजेंट नौकरी करते थे। इन्होंने चमोली, देहरादून, उत्तरकाशी, बागेश्वर, पौड़ी आदि जगहों पर लोगों से आरडी-एफडी में निवेश कराया। जब करोड़ों रुपये इकट्ठा हो गए तो कंपनी ने अपने दफ्तर बंद कर दिए। लोगों ने एजेंटों पर दबाव बनाना शुरू किया, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसके बाद पिछले साल कंपनी के अधिकारियों पर एक के बाद एक 15 मुकदमे दर्ज किए गए।इस कंपनी की मुख्य निदेशक मोनिका कपूर थी। उसी ने 2015 में कंपनी बनाई थी। इसका मुख्यालय राठी बिल्डिंग, बीना एन्क्लेव नागलोई, दिल्ली में था। मोनिका पिछले साल से ही फरार चल रही थी। मौजूदा वक्त में चल रहे ऑपरेशन प्रहार के दौरान मोनिका कपूर की भी तलाश की गई। इंस्पेक्टर प्रदीप राणा और उनकी टीम को मोनिका कपूर के दिल्ली में होने की जानकारी मिली। जिसके आधार पर टीम ने मोनिका शर्मा को उसके आवास पंजाबी बाग, प्रगति अपार्टमेंट दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में पहले कपिल राठी, पंकज गंभीर और अनिल रावत नाम के पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।