ब्यूरो-हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय ने 10 अशासकीय डिग्री कॉलेजों को इसी सत्र से और 72 निजी कॉलेजों को अगले सत्र से चरणबद्ध असंबद्ध करने के मामले में कार्यकारी परिषद की एक और बैठक बुलाई है। ये बैठक तीन जुलाई को कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी।दरअसल, गढ़वाल विवि ने 30 मई को हुई कार्यकारी परिषद की बैठक में डीएवी, डीबीएस सहित 10 अशासकीय डिग्री कॉलेजों को इसी सत्र से असंबद्ध करने का निर्णय लेते हुए इसकी जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और राज्य के उच्च शिक्षा विभाग को पत्र के माध्यम से भेज दी थी। बैठक में 72 निजी कॉलेजों को अगले साल से असंबद्ध करने का निर्णय भी लिया गया था।
दोबारा कार्यकारी परिषद की बैठक बुलाई
इन दोनों मामलों पर चल रहे विवाद के बीच गढ़वाल केंद्रीय विवि ने तीन जुलाई (सोमवार) को दोबारा कार्यकारी परिषद की बैठक बुलाई है। नियमानुसार पूर्व की बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुपालन पर रिपोर्ट इस बैठक में रखी जाएगी। इसमें इन कॉलेजों की असंबद्धता को लेकर भी पुष्टि (रैटिफाई) की जाएगी।
अब सभी छात्रों व कॉलेजों की निगाहें तीन जुलाई को होने वाली बैठक पर है। गढ़वाल विवि के प्रो वाइस चांसलर एवं कार्यकारी परिषद के सदस्य प्रो. आरसी भट्ट ने बताया कि पहले ये बैठक एक जुलाई को होनी थी जो कि अब तीन जुलाई को बुलाई गई है। हालांकि उन्होंने असंबद्धता प्रकरण पर कुछ भी जानकारी से इंकार किया।
इन कॉलेजों को किया हुआ है विवि ने असंबद्ध
डीएवी पीजी कॉलेज, देहरादून
डीबीएस पीजी कॉलेज, देहरादून
एसजीआरआर पीजी कॉलेज, देहरादून
एमकेपी पीजी कॉलेज, देहरादून
डीडब्ल्यूटी कॉलेज, देहरादून
एमपीजी पीजी कॉलेज, मसूरी
महिला विद्यालय डिग्री कॉलेज, सतीकुंड, कनखल, हरिद्वार
चिन्मय डिग्री कॉलेज, बीएचईएल, रानीपुर, हरिद्वार
बीएसएम कॉलेज, रुड़की, हरिद्वार
राठ महाविद्यालय, पैठाणी, पौड़ी
11 अशासकीय डिग्री कॉलेज खुद ही हो चुके असंबद्ध
गढ़वाल विवि से पूर्व में 21 अशासकीय डिग्री कॉलेज संबद्ध थे। वर्ष 2020 में राज्य सरकार ने इन कॉलेजों को श्रीदेव सुमन विवि में लाने के लिए निर्देश जारी किए थे। इसके बाद इनमें से 11 कॉलेज श्रीदेव सुमन विवि से जुड़ चुके हैं। केवल 10 अशासकीय डिग्री कॉलेज ही वर्तमान तक संबद्ध थे।