ब्यूरो-प्रदेश में हरेला पर्व का औपचारिक शुभारंभ आज रविवार 16 जून से हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरेला पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास परिसर में अपनी पत्नी के साथ पौधरोपण किया। उन्होंने आम की पूषा श्रेष्ठ प्रजाति का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेला प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन का पर्व है। हरेला पर्व के उपलक्ष्य में प्रदेश में सामाजिक संगठनों, संस्थाओं एवं विभागों के माध्यम से व्यापक स्तर से वृक्षारोपण किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण एवं जल धाराओं के पुनर्जीवन की दिशा में राज्य में अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा देश में जल संरक्षण और संवर्द्धन के लिए सभी को आगे आने का अहवाहन किया गया है। राज्य में इस दिशा में तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य में 1200 से अधिक अमृत सरोवर बनाए गए हैं। इस दिशा में आगे भी लगातार कार्य होंगे। हरेला पर्व के अवसर पर गीता पुष्कर धामी एवं कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में विभिन्न प्रजातियों के 51 पौधे लगाए गए।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रायपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निकट भी पौधरोपण किया। उत्तराखंड वन विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में पहले दिन 500 पौधे रोपे गए। वन विभाग ने इस बार कैंपा योजना के तहत प्रदेश में करीब 15 हेक्टेयर वन भूमि पर 1.29 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है। इसमें अधिक से अधिक संख्या में फलदार पौधे लगाए जाएंगे। इस दौरान वन विभाग के प्रत्येक सेक्शन (वन बीट) में तीन से पांच हेक्टेयर वन भूमि पर एक-एक हरेला वन विकसित किया जाएगा। इसके अलावा आजादी के 75वें वर्ष में 15 सौ गांवों में 75-75 पौधे रोपे जाएंगे। प्रत्येक सेक्शन में दो से ढाई हजार पौधे लगाए जाएंगे। यह अभियान 15 अगस्त तक चलेगा।