चमोली-बदरीनाथ हाईवे पर रविवार सुबह बाजपुल चाडा पिनौला व टैयापुल के पास भूस्खलन हो गया। हाईवे पर भारी मात्रा में मलबा आने से रास्ता बंद हो गया। जिससे बदरीनाथ धाम की यात्रा अभी रुकी हुई है। रास्ता बंद होने से हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है।वहीं, हाईवे से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। जिसके चलते मारवाड़ी पुल में बदरीनाथ धाम जाने वाले सभी वाहनों को रोक दिया गया है। हाईवे बंद होने से तीर्थ यात्री परेशान हैं। यहां पानी व खाने की व्यवस्था न होने से यात्री भूखे प्यासे ही रास्ते पर बैठे हैं। वहीं, चमोली बाजार से आगे यात्रा वाहनों की आवाजाही नंदप्रयाग-सेकोट-कोठियालसेन सड़क से की जा रही है। इस सड़क पर बार-बार जाम लग रहा है, जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बदरीनाथ धाम में शनिवार को करीब 13000 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए। अभी तक लगभग 30 हजार से अधिक तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। वहीं, बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा के मुख्य पड़ाव पीपलकोटी में शौचालय और पेयजल का अभाव बना है जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी महिला तीर्थयात्रियों को उठानी पड़ रही है।मायापुर, गडोरा, पाखी, हेलंग, जोशीमठ में भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। लोगों का कहना है कि बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा को हेलिकॉप्टर सेवा से तो जोड़ दिया गया है लेकिन यात्रा पड़ावों पर मूलभूत सुविधाएं नहीं दीं।