बच्चों ने अखबार के मोड़ से सरल भाषा में समझा रेखागणित को
बच्चे नृत्य के साथ सीख रहे हैं पहाड़े
श्रीनगर (पौड़ी) । अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी,अजीम प्रेम जी फाउंडेशन एवं किताब कौतिक अभियान के संयुक्त तत्वावधान में डालमियां धर्मशाला श्रीनगर में आयोजित बच्चों की 5 दिवसीय बाल लेखन कार्यशाला के दूसरे दिन की शुरूआत ‘ज्ञान का दीया जलाने’ समूह गीत से हुई। आज अध्यक्ष मंडल में बच्चों बीच से ही शिवांश रावत, सानिया मिर्जा, वैष्णवी, मुबश्शिरा, होमजा पांडे को शामिल किया गया।
कहानी सत्र में बच्चों ने कछुवा और खरगोश की कहानी को अपने-अपने अंदाज में सुनाया। बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने बच्चों को एक कहानी सुनाई। जो वास्तव में कहानी नहीं थी। कहानी को सुनकर बच्चों ने बताया कि इस कहानी में न तो कोई शिक्षा है, न ही कहानी में मजा आया। बच्चों ने अपनी भाषा में बताया कि कहानी में घटना, पात्र, संवाद व देशकाल परिस्थिति जैसा कुछ नहीं हैं। बाद में बच्चों ने समूह में मिलकर एक कहानी तैयार की। अधूरी कहानी पूरी करो व चित्र देखकर कहानी लिखो आदि गतिविधियां कराई गई।
हरिद्वार से आए साहित्यकार प्रकाशचंद्र पांडे के निर्देशन में बच्चों के एक समूह ने बाल कवि सम्मेलन की रिहर्सल की। नुक्कड़ नाटक समूह में चयनित बच्चों को 10 मिनट में एक नाटक स्वयं तैयार करके लाने को कहा गया। बच्चों ने नुक्कड़ नाटक की तैयारी की। बच्चों ने ही नाटक “मोबाइल टन टनाटन टन” के लिए अपने संवाद स्वयं तैयार किए।
बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने औरैगैमी के तहत अखबार के मोड़ से सरल भाषा में रेखागणित को समझाया। उन्होंने औरेगैमी शब्द का अर्थ बताते हुए कहा कि औरैगैमी जापानी भाषा का शब्द है। जिसका अर्थ है अखबार के मोड़ से रेखागणित को समझना। बच्चों ने अखबार के मोड़ से आयत, वर्ग, त्रिभुज, पंचभुज, समकोण, सरल कोण, अधिक कोण तथा न्यून कोण आदि को समझा। बाद में बच्चों ने अखबार से बनाए मुकुट बनाकर अतिथियों को पहिनाए।
आज बच्चों को नेताजी की खोज, तोता कहता है, जैसा में कहूं, कितने भाई कितने, कितना बड़ा पहाड़, पिज्जा हट खेल कराए गए। बालप्रहरी संपादक उदय किरौला, किताब कौथिक अभियान के हेम पंत, हरिद्वार से आए साहित्यकार प्रकाशचंद्र पांडे, अशोक जोशी , नेहा ममगाई आदि ने अलग-अलग समूह में संदर्भदाता बतौर बच्चों का मार्गदर्षन किया।
आज बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए निबंध, कहानी, कतिवा,चुटकुले व पहेलियां आदि तैयार किए। बच्चों ने समूह में दीवार पत्रिका भी तैयार की। विभिन्न खेलों में द्विजा पांडे, वात्सल्य, आरना, दृष्टि आदि ने पुरस्कार प्राप्त किए। बच्चों द्वारा आज बनाए गए दो दीवार पत्रिका के दो अंकों का अतिथियों ने लोकार्पण किया। इस अवसर पर श्री पंकज बिष्ट, शैलनट अध्यक्ष अभिषेक बहुगुणा, शिक्षक महेश गिरि, शंभू प्रसाद भट्ट “स्नेहिल” , मदन डंगवाल, दीना कुकसाल, रीना पंवार, प्रीति जुयाल आदि उपस्थित थे।