रुद्रप्रयाग-श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को सुगम, सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित ढंग से संचालित करने के लिए केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए यात्रा मार्ग के संवेदनशील स्थानों एवं ग्लेशियर प्वांइट में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में यात्रा मार्ग में एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों को यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं जिनके द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन कुशलता व ईमानदारी से किया जा रहा है तथा ग्लेशियर प्वांइट पर यात्रियों की सुरक्षा करते हुए आवाजाही में यात्रियों की मदद कर रहे हैं। इसके साथ ही सभी ईमानदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन कर तीर्थ यात्रियों की मदद कर रहे हैं।
एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर अमीर चंद्र कोठियाल ने अवगत कराया है कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर आए इंदौर निवासी गौतम कामदार का पर्स पैदल मार्ग पर खो जाने के बाद वह पर्स मंगलवार (23 मई) को खो गया था। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम द्वारा पर्स में अंकित के मोबाइल नंबर पर सपंर्क किया गया तथा पर्स को गौतम कामदार को सुरक्षित लौटाया गया। अपना पर्स पाने के बाद गौतम कामदार ने एनडीआरएफ की टीम का आभार व्यक्त किया है।
इसके अलावा कुबेर ग्लेशियर के पास एक छोटी बच्ची अपने माता-पिता से बिछड़ गई थी। कुबेर ग्लेशियर पर मौजूद एनडीआरएफ के जवानों ने बच्ची के माता से संपर्क कर बच्ची को उसके माता-पिता से मिलवाया। बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग के कुबेर ग्लेशियर यात्रियों के लिए संवेदनशील बना हुआ है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशों के अनुपालन में यहां पर एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ व वाईएमएफ के जवान यात्रियों को ग्लेशियर पार कराने में मदद कर रहे हैं ताकि उन्हें सुरक्षित यात्रा करवाई जा सके।