उत्तरकाशी-उत्तराखंड में विधायकों और मंत्रियों के फर्जी हस्ताक्षर के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पहले सतपाल महाराज और अब पुरोला विधायक दुर्गेश लाल के लैटर पैड पर फर्जी हस्ताक्षर कर सीएम को पत्र लिखने का मामला सामने आया है। जिसके बाद विधायक ने DGP और जिलाधिकारी को कार्रवाई करने हेतु पत्र लिखा है।बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक ने कहा कि उन्होंने लोक निर्माण विभाग में बाढ़ भूस्खलन के कार्य के आगणन बनाने के लिए पत्र दिया था और इस पत्र का पत्र संख्या 097171 है जो विभाग को रिसीव हो गया था। एक षड्यंत्र के तहत उनका यह पत्र गायब कर दिया और उनका हस्ताक्षर स्कैन कर एक दूसरा फर्जी पत्र जारी किया गया, जो सीएम और जिलाधिकारी को भेजा गया।
इस फर्जी पत्र में हाईकोर्ट के सरकारी जमीन पर जखोल से पुरोला तक अवैध निर्माण ध्वस्त ना करने पर नाराजगी जताई गई, साथ ही यह भी उल्लेख किया है कि भर्ती घोटाले में गिरफ्तार हाकम सिंह का रिसोर्ट तोड़ने पर प्रशासन और वन विभाग ने करोड़ों की संपत्ति तो नष्ट कर दी लेकिन बाकी अवैध निर्माण पर चुप्पी साध ली।
मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक दुर्गेश्वर लाल ने बताया है कि उनकी छवि खराब करने की साजिश है और मामले में पुलिस जांच कर जल्द आरोपियों को पकड़ लेगी। दुर्गेश्वर लाल का कहना है कि क्षेत्र में यह विषय लोगों के बीच उनकी छवि खराब करने के लिए तैयार किया गया है, उन्हें शक है कि किसी ना किसी सरकारी दफ्तर से उनका पत्र गायब किया गया है। पुरोला विधायक को जब इस फर्जी शिकायत पत्र की भनक लगी तो उन्होंने जिलाधिकारी उत्तरकाशी एवं उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक देहरादून को शिकायत की।