रुद्रप्रयाग। क्रौंच पर्वत पर विराजमान भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर में अब उनके वाहन के दर्शन भी होंगे। श्री कार्तिकेय मंदिर समिति ने कार्तिक स्वामी मंदिर के ठीक सामने पूजा-अर्चना के साथ ही भगवान के वाहन मयूर मोर को स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा कर दी। शनिवार को पूजा-अर्चना और हवन के साथ कार्यक्रम का समापन हो गया है।
शनिवार को भगवान कार्तिकेय के वाहन मोर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आचार्य वासुदेवनंद थपलियाल, सुधीर नौटियाल आदि द्वारा सनातन परम्परा के अनुसार शुरू किया गया साथ ही सुबह पूजा-अर्चना के साथ समापन पर हवन किया गया । कार्तिकेय मंदिर समिति के अध्यक्ष शत्रुघन सिंह नेगी ने बताया कि भक्तों की मांग और भगवान की आज्ञा के साथ मंदिर के समीप भगवान के वाहन को स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा की गई है। दो दिवसीय धार्मिक आयोजन में विद्वान आचार्य द्वारा सनातनी परंपराओं के अनुसार भगवान के वाहन मयूर की पूजा-अर्चना की जाएगी जिसके बाद इसे भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिया जाएगा।शिवालयों में बाहर से भगवान शिव की नंदी की तरह अब कार्तिक स्वामी में भी कार्तिक के सवारी मोर भक्तों को आकर्षित करेंगे। जबकि भक्तों को कार्तिक के सवारी की पूजा अर्चना करने का अवसर मिलेगा। इस मौके पर प्रबंधक पूर्ण सिंह नेगी, सचिव बलराम, कोषाध्यक्ष चंद्र सिंह नेगी समेत कई भक्तजन उपस्थित थे।