फाटा–
बाबा केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होते ही बाबा की पंचमुखी डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए रवाना हो गई है।
बुधवार भैयादूज पर प्रातः बाबा के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए बाबा की पंचमूखी उत्सव डोली 6 ग्रेनेडियर आर्मी की बैंड धुनों एवं बाबा के जयकारों के साथ विभिन्न यात्रा पड़ावों गौरीकुंड सोनप्रयाग होते हुए प्रथम रात्रि पड़ाव रामपुर पहुंची जहां पर ग्रामीणों व सैकड़ों की संख्या में मौजूद भक्तों ने डोली का फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। वहीं, भक्तों के लिए होटल एसोसिएशन केदारघाटी एवं केस्ट्रल हेली एविएशन द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया।

गुरुवार को प्रातः पूजा अर्चना के बाद बाबा की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली ठीक 8 बजे प्रातः अपने अपने अगले पड़ाव के लिए निकली। पंचमुखी उत्सव डोली आर्मी की बैंड धुनों ओर बाबा के जयकारों के साथ शेरसी ,बड़ासू , फाटा, खड़िया ,मैखण्डा ,ब्यूग, नारायनकोटी ,नाला होते हुए काशी विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी पहुंचेगी।
यात्रा के विभिन्न पड़ावों में ग्रामीणों ने बाबा की डोली का फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्य पुजारी शिवलिंग, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ,सूबेदार कुलदीप सिंह, सहित पंचगाई समिति सदस्य, हकहकूक धारी एवं बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।