रुद्रप्रयाग–
बार काउंसिल ऑफ उत्तराखंड और राज्य की समस्त बार एसोसिएशन द्वारा न्यायिक अधिकारियों की ओर से अधिवक्ताओं के साथ गरिमापूर्ण व्यवहार न किए जाने से नाराज अधिवक्ताओं ने एक दिवसीय विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान अधिवक्ता न्यायिक कार्यों से विरत रहे।
अधिवक्ताओं के कार्य बहिष्कार के चलते कोर्ट पहुंचे लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा।जिला न्यायालय परिसर में धरने पर बैठे अधिवक्ताओं ने बार कौंसिल ऑफ उत्तराखंड के आह्वान पर दो घंटे तक शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया। अधिवक्ता दिनभर अपने कार्यों से विरत रहे। अधिवक्ताओं ने कहा कि अधिकांश न्यायिक अधिकारी अधिवक्ताओं से अच्छा व्यवहार नहीं कर रहे हैं। साथ ही न्याय प्रक्रिया में साथ नहीं दे रहे हैं। जिस कारण अधिवक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में यही स्थिति बनी हुई है। विवश होकर अधिवक्ताओं को कार्य बहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है। कहा कि यदि स्थिति में सुधार नहीं आया तो आगे कठोर निर्णय लिया जाएगा।
इस मौके पर अधिवक्ता कर्णपाल सिंह रौथाण, जीतपाल सिंह कठैत, कुंवर सिंह रावत, जीएस भट्ट, रामकृष्ण नौटियाल, सुदर्शन चौधरी, विनोद खंडूरी, प्यार सिंह नेगी, अरुण वाजपेई, आशीष नेगी, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप जगवाण, गंभीर सिंह रावत, महावीर सिंह बुटोला, अर्जुन सिंह नेगी, केपी ढौंडियाल, बृजमोहन नौटियाल, गोवर्धन, अरुण चमोली, अर्जुन सिंह नेगी, पुरुषोत्तम चंद्रवाल, गोविंद मैखुरी, यशोदा खत्री, धर्मेंद्र सिंह रावत, आरती, दिगपल नेगी, उमाकांत वशिष्ट, विनोद त्रिपाठी, सुशील चंद्र भट्ट आदि मौजूद थे।