श्रीनगर –
परिजनों की मांग पर मा. स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सालय प्रशासन को विगत दिवस दिये थे भर्ती के निर्देश।
गर्दन की चोट की वजह से बाईपैप मशीन के सपोर्ट पर बेड रिडन है।
अस्तपाल प्रशासन ने बाल रोग विभाग के अन्तर्गत किया भर्ती।
परिजनों ने जताया स्वास्थ्य मंत्री एवं अस्पताल प्रशासन का आभार।
नगर निगम श्रीनगर के श्रीकोट गंगानाली क्षेत्र की सात वर्षीय मासूम सिया के स्वास्थ्य की गम्भीरता को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर गुरुवार को बेस चिकित्सालय के बाल रोग विभाग के अधीन भर्ती कर दिया है। गुलदार के हमले से सिया के गर्दन की हड्डी पर चोट लगने के कारण बाईपैप मशीन के सपोर्ट में है और पूर्ण रूप से बेड रिडन है। बाईपैप मशीन के जरिए ही सिया को सांस लेने से लेकर आक्सीजन की मदद मिल रही है। एम्स से घर आने पर सिया के परिजनों के आग्रह एवं मासूम बालिका के स्वास्थ्य को देखते हुए भर्ती किया गया है।
बता दें कि विगत पांच अप्रैल 2024 की सांय गुलदार ने सिया पर हमला कर गंभीर घायल कर दिया है। जिसके बाद बेस चिकित्सालय के डॉक्टरों ने बालिका को त्वरित इलाज कर स्टैबिलाईज किया था, उसके बाद सुपरस्पेशलिस्ट सर्विसेज हेतु न्यूरो सर्जन,पीडियाट्रिक सर्जन, पीएमआर की आवश्यकता को देखते हुए एम्स ऋषिकेश भेजा गया था जहाँ दो माह तक एम्स में बालिका का इलाज चला।
इलाज के बाद एम्स के डॉक्टरों ने बालिका के गर्दन की हड्डी पर चोट होने के कारण सुपरस्पेशलिस्ट मैनेजमेंट उपरांत बाईपैप मशीन के सपोर्ट के साथ छुट्टी दे दी। बालिका के घर पहुंचने बालिका के माता-पिता ने बताया कि घर पर सिया को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आ रही थी, जिस पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं अस्पताल प्रशासन से अस्पताल में भर्ती करने की मांग करने पर गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती करने पर स्वास्थ्य मंत्री एवं अस्पताल प्रशासन का आभार प्रकट किया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों के बाद गुरुवार को बालिका को बाल रोग विभाग के अधीन भर्ती कर दिया गया है और अस्पताल में डॉक्टरों के साथ नर्सिंग स्टाफ बालिका के लिए जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं एवं देख-रेख निरंतर मुहैया हो रही है।