वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शुरू हुआ शपथ ग्रहण समारोह, कार्यभार ग्रहण करने से पहले की पूजा-अर्चना, हवन
श्रीनगर। नगर निगम श्रीनगर की पहली मेयर आरती भंडारी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह को ऐतिहासिक बना दिया। उन्होंने उत्तराखंड की महान विभूतियों को नमन करते हुए अपना शपथ ग्रहण समारोह शुरू किया। इस दौरान तीलू रौतेली, हेमवती नंदन बहुगुणा, पंथ्या दादा, माधो सिंह भंडारी, मौला राम तोमर, बैरिस्टर मुकुंद लाल, भोला दत्त काला, इंद्र मणी बडोनी और वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जैसी ऐतिहासिक हस्तियों का सम्मान किया गया व शपथ ग्रहण समारोह में एक विशेष स्थान दिया गया।
शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हुई। इसके बाद मेयर आरती भंडारी ने पद व गोपनीयता की शपथ ली और नगर निगम कार्यालय पहुंचकर विधिवत पूजा-अर्चना और हवन किया। कार्यभार संभालने से पहले उन्होंने नगर की समृद्धि और विकास के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया।

बाल्मीकि चौक के प्रस्ताव की घोषणा
नगर निगम श्रीनगर की पहली बोर्ड बैठक में मेयर आरती भंडारी ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने शहर में बाल्मीकि चौक बनाए जाने का प्रस्ताव रखा। यह प्रस्ताव समाज के हर वर्ग को जोड़ने और नगर की सांस्कृतिक विरासत को सशक्त बनाने के उद्देश्य से लाया गया है।
मेयर ने कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य श्रीनगर के सर्वांगीण विकास को गति देना और नगर को स्वच्छ, सुंदर एवं सुनियोजित बनाना है। उन्होंने नगर के नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि श्रीनगर को आदर्श नगर बनाने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा।
शपथ ग्रहण समारोह और कार्यभार ग्रहण के दौरान नगर निगम के अधिकारी, गणमान्य नागरिक और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बोर्ड बैठक के दौरान मेयर आरती भंडारी बोली, हम सभी नगर निगम के सदस्यों का यह कर्तव्य है कि श्रीनगर के हर व्यक्ति की समस्या का समय पर समाधान हो और सभी नगर वासियों की सहायता करना हमारी प्राथमिकता है।
सभी चुने गए सम्मानित पार्षद एक परिवार की तरह हैं हमे साथ मिलकर कार्य करना है।
सभी आपसी भाई चारा बनाए रखें, समय व अनुशासन पर विशेष ध्यान दें।