रुद्रप्रयाग– उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने चारधाम यात्रा को देखते हुए रुद्रप्रयाग पहुंचकर यहां अफसरों, कर्मचारियों एवं जवानों का हौसला बढ़ाया। साथ ही चारधाम यात्रा के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए। डीजीपी ने कहा कि चारधाम यात्रा में समर्पण और निष्ठा भाव से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। इस दौरान उन्होंने पुलिस कार्मिकों से संवाद भी किया।
रविवार को रुद्रप्रयाग में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जनपद के पुलिस कार्मिकों से उनकी समस्याएं पूछी। कहा कि अधीनस्थ पुलिस कार्मिकों के वैलफेयर और मनोबल बढ़ाए जाने के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। कहा कि पुलिस बल के आधुनिकीकरण की दिशा में भी कार्य चल रहे हैं। उत्तराखंड राज्य के अधिकांश जनपदों में हाल ही में कुल 6 थाने व 20 पुलिस चौकियां सृजित कर अधिक से अधिक क्षेत्र को पुलिस के अधीन सम्मिलित किया गया है। जनपद रुद्रप्रयाग में सृजित 2 रिपोर्टिंग पुलिस चौकियों के गांवों मे निरन्तर भ्रमण कर जनता के बीच पहुंचकर संवाद स्थापित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। ऊखीमठ क्षेत्र के चोपता में खुली पुलिस चौकी का पर्यटन एवं तुंगनाथ धाम की यात्रा की दृष्टि से अत्यधिक महत्व है। अभी से तुंगनाथ क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग की जाए। जनपद रुद्रप्रयाग में स्थित केदारनाथ धाम में बीते कुछ सालों से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आ रहे हैं। ऐसे में नियुक्त होने वाले पुलिस बल द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण मनोयोग से किया जाए।
चारधाम यात्रा में समर्पण और निष्ठा भाव से करें अपने दायित्वों का निर्वहन
पुलिस महानिदेशक ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे, सीओ प्रबोध घिल्डियाल, सीओ सुवर्द्धनी सुमन के साथ यात्रा व्यवस्थाओं के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यात्रा संबंधी प्रशासनिक तैयारियों के साथ ही प्रशासन व पुलिस के नियुक्त होने वाले कार्मिकों की आवासीय व्यवस्था की जा रही है। पैदल मार्ग पर बर्फ हटाये जाने तथा राष्ट्रीय राजमार्ग सहित राज्य मार्गों को दुरुस्त किया जा रहा है। सोनप्रयाग व सीतापुर की स्थायी पार्किंगों के अलावा अन्य स्थानों पर भी अस्थायी पार्किंग व्यवस्थित की जा रही हैं। डीजीपी ने केदारनाथ धाम परिसर में भीड़ नियन्त्रण व सुगम दर्शन कराने के लिए सेक्टरों में विभाजित कर अनुभवी निरीक्षकों को नियुक्त कर आवश्यक पुलिस प्रबन्धन करने के निर्देश दिए। पैदल मार्ग पर लैंडस्लाइड स्थलों का चयन कर एसडीआरएफ व जरूरी पुलिस बल तैनाती, राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के निकट पर्याप्त संख्या में जेसीबी, पोकलैंड मशीन रखने, पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि इस बार की यात्रा के सफल संचालन के लिए विभिन्न दायित्वों के सम्पादन के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती की जा चुकी है।
यात्रा व्यवस्थाओं के सफल संचालन व भीड़ नियन्त्रण के लिए पुलिस स्तर से नियुक्त होने वाले सेक्टर पुलिस अधिकारियों की तर्ज पर प्रशासन स्तर से भी सेक्टर अधिकारी तैनात किए जा रहे हैं। भीड़ नियत्रंण के लिए केदारनाथ धाम परिसर में बैरिकेडिंग कराई जा रही है। इस वर्ष धाम के लिए हेली सेवा देने वाली कंपंनियों को जरूरी निदेश दिए जारी किए जाने के लिए यूकाडा से अनुरोध किया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से केदारनाथ हेलीपैड पर बैरिकेडिंग करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती, एक दिन के लिए निर्धारित क्षमता से अधिक संख्या में आने वाले यात्रयिों की सुरक्षा के लिए ऋषिकेश व आस पास के क्षेत्र में अस्थायी रूप से यात्रियों को रोकने के निर्देश दिए। इस मौके पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, विमल रावत, हर्षवर्द्धनी सुमन, प्रतिसार निरीक्षक, यातायात निरीक्षक, थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी सहित पुलिस कर्मी मौजूद थे।