रुद्रप्रयाग-पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विख्यात भगवान तुंगनाथ के कपाट बन्द होने की तिथि आज विजयदशमी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में घोषित की गई। पंचाग गणना के अनुसार भगवान तुंगनाथ के कपाट आगामी एक नवम्बर को 11 बजे धनु लगन में शीतकाल के लिए बन्द कर दिये जायंेगे साथ ही कपाट बन्द होने के बाद भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली सुरम्य मखमली बुग्यालों में नृत्य करते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचेगी। दो नवम्बर को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली चोपता से रवाना होकर बनियाकुंड, दुगलबिट्टा, मक्कूबैण्ड बनातोली यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए भनकुंड पहुंचेगी तथा तीन नवम्बर को शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में विराजमान होगी। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ आगमन पर भोज का आयोजन किया जायेगा।