चमोली-चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ के कपाट आज पूजा अर्चना के बाद विधि विधान से सुबह बंद कर दिए गए हैं। भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली को लेकर भक्त आज प्रथम रात्रि पड़ाव रात्रि विश्राम के लिए ल्वींटी बुग्याल पहुंचेंगे। अब शीतकाल में छह माह तक भगवान रुद्रनाथ की पूजा अर्चना गोपीनाथ मंदिर में संपंन्न होगी।
बुधवार को उच्च हिमालय में स्थित चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट विधि विधान से सुबह 8:00 बजे शीतकाल के लिए बंद किए गए। मुख्य विकास अधिकारी डॉक्टर ललित नारायण मिश्र ने भी रुद्रनाथ मंदिर में पहुंचकर भगवान रुद्रनाथ के दर्शन किए।भगवान रुद्रनाथ की जयकारों के साथ उत्सव डोली गोपीनाथ मंदिर के लिए रवाना हुई।इस दौरान श्रद्धालुओं के मंदिर समिति के सदस्य और स्थानीय लोगों के साथ माहौल भक्तिमय हो उठा।