देहरादून-बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मंच पर पहुंचे। मंच पर उनके साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। ढोल-दमाऊ की थाप पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। पूरा कार्यक्रम स्थल जय श्रीराम जयघोष से गूंज उठा। इससे पहले देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ ही कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, कार्यक्रम संयोजक दीपक कृशाली ने उनका यहां स्वागत किया। इसके बाद धीरेंद्र शास्त्री यहां से सीएम आवास पहुंचे। कुछ देर यहां रहने के बाद वह परेड ग्राउंड में आयोजित दरबार के लिए रवाना हुए। यहां हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का परेड ग्राउंड के खेल मैदान में दिव्य दरबार सजा है। धीरेंद्र शास्त्री का दरबार रात दस बजे तक रहेगा। उनके दून आने से लोगों में खासा उत्साह है।दरबार में उत्तराखंड के साथ ही अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे हैं।
राजधानी दून में श्री पशुपतिनाथ मंदिर भारत चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का पहली बार दिव्य दरबार लगाया गया है। परेड ग्राउंड में कार्यक्रम को लेकर देर रात तक तैयारी चलती रही। उनके कार्यक्रम के लिए भव्य पंडाल बनाया गया।
कार्यक्रम संयोजक निवृत्ति यादव ने बताया कि धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में काफी बड़ी संख्या पहुंचने की उम्मीद के चलते दस एंट्री गेट बनाए गए हैं। इसमें एक गेट से वीआईपी एंट्री और अन्य गेटों से लोगों को एंट्री दी जाएगी। बताया, धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में आने के लिए लोगों को किसी रजिस्ट्रेशन या पास की जरूरत नहीं है। इसके बिना ही वीआईपी एंट्री गेट के अलावा कोई भी दरबार में आ सकता है।
सीएम धामी भी होंगे शामिल
परेड ग्राउंड में धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। धीरेंद्र शास्त्री के दरबार को लेकर आयोजकों की ओर से करीब 1800 वीआईपी पास जारी किए गए हैं।
आयोजन से पूर्व हुआ सनातन महायज्ञ
बाबा बागेश्वर धाम सरकार यानी धीरेंद्र शास्त्री के दरबार लगने से पहले आयोजकों की ओर से परेड ग्राउंड के खेल मैदान में राष्ट्र भृत महायज्ञ किया गया। इसमें बरनावा उत्तर प्रदेश से पहुंचे 11 पंडितों ने यज्ञ सम्पन्न कराया। यज्ञ को प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत को समर्पित किया गया।