देहरादून-उत्तराखंड कैबिनेट में फेरबदल और विस्तार से जुड़ी बड़ी ख़बर है। बीजेपी आलाकमान ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड मांगा है यानि किस मंत्री ने क्या काम किया इसका पूरा ब्यौरा तलब किया गया है। 2024 से पहले बीजेपी ऐसे तमाम नेताओं और मंत्रियों को साइड लाइन कर देना चाहती है जिनकी वजह से संगठन और सरकार की छवि खराब हुई है या हो रही है। ऐसे में मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड के आधार पर ही तय होगा कि कैबिनेट में कौन रहेगा और किसकी विदाई होगी।
मंत्रियों की धड़कन हुई तेज
सूत्रों के मुताबिक काम की बजाय विवादों में रहने वाले मंत्रियों की छुट्टी की था सकती है। कुछ मंत्रियों के विभाग बदलने की भी चर्चा है। कैबिनेट में फिलहाल 4 पद खाली हैं इसीलिए विस्तार जरूरी माना जा रहा है लेकिन कुछ मंत्रियों का काम काफी खराब होने की वजह से फेरबदल की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। दिल्ली से रिपोर्ट कार्ड मांगे जाने की जानकारी मिलते ही मंत्रियों की धड़कन तेज है। हर किसी को अपनी कुर्सी खतरे में नजर आ रही है। माना जा रहा है कि महा संपर्क अभियान खत्म होते ही कैबिनेट का शपथ समारोह हो सकता है।
सरकार की छवि खराब करने वालों की छुट्टी तय
आपको बता दें पार्टी आलाकमान यह पूरा मैसेज है कि कुछ मंत्रियों की वजह से पार्टी और सरकार की छवि प्रदेश में खराब हो रही है वही मुख्यमंत्री भी जिस तेजी से रिजल्ट देने की कोशिश कर रहे हैं उनमें भी इन मंत्रियों की वजह से रुकावटें पैदा हो रही है। ऐसे में पार्टी के सूत्रों के अनुसार जल्द ही ऐसे तमाम मंत्रियों की छुट्टी धामी मंत्रिमंडल से हो सकती है जिनके द्वारा सरकार की छवि पर बट्टा लगाया जा रहा है इनकी जगह पर कुछ युवा और अनुभवी विधायकों को मौका मिल सकता है। तीन मंत्रियों की कुर्सी पहले ही खाली है हाल में चंदन राम दास के निधन के बाद चौथी कुर्सी भी खाली हो गई है।
इनको मौका, इनका होगा पत्ता साफ
माना जा रहा है कि दो से तीन मंत्रियों की कुर्सी खतरे में है इसका आभास इन मंत्रियों को भी हो गया इनके लिए जून-जुलाई काटना अब भारी होता नजर आ रहा है। ऐसे में माना जा रहा है जल्द ही मुख्यमंत्री की रिपोर्ट आलाकमान की टेबल पर होगी और बीजेपी के महा संपर्क अभियान की समाप्ति के बाद मंत्रियों की रुखसती का फैसला हो जाएगा। जबकि पहला नंबर विकासनगर तेज तर्रार और अनुभवी विधायक मुन्ना सिंह चौहान, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ,रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत, फकीराराम टम्टा समेत कई नाम रेस में हैं। सूत्रों की माने तो हटने वालों में सबसे पहले प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी के अलावा कई नाम शामिल है, अब देखना होगा धामी मंत्रिमंडल में किस का पता कटता है और किसकी लॉटरी लगती है।