रुद्रप्रयाग–
पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के लिये आज बुधवार को वैदिक विधि-विधान के साथ खोल दिये गये है।मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु तुंगनाथ मंदिर में मौजूद रहे.तुंगनाथ मंदिर के कपाट खुलते ही तुंगनाथघाटी हर हर महादेव के नारों से गूंज उठी. अब 6 महीनों के लिए श्रद्धालु यहां बाबा तुंगनाथ के दर्शन कर सकेंगे।
बता दें कपाट खुलने से पहले बाबा तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली रात्रि प्रवास के लिए भूतनाथ मन्दिर पहुंची थी. 25 अप्रैल को भूतनाथ मन्दिर से रवाना होकर तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली पाव, चिलियाखोड, पंगेर बनियाकुंड यात्रा पड़ावों से होते हुए अन्तिम रात्रि प्रवास चोपता पहुंची. जिसके बाद आज 26 अप्रैल को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के तुंगनाथ धाम पहुंची. बाबा की डोली के धाम पहुंचने के मौके पर भजन और मांगल गीतों से डोली का स्वागत किया गया।इसके बाद वेद ऋचाओं और वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ बाबा तुंगनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये गये हैं।