रुद्रप्रयाग– उत्तराखंड क्रांति दल के नवनिर्वाचित केन्द्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत के रुद्रप्रयाग जनपद आगमन पर कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस मौके पर केंद्रीय अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं के अंदर जोश भरते हुए भविष्य की योजनाओं पर बात की।
तिलवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम में यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत ने कहा कि अब यूकेडी को नए सिरे से उभारा जा रहा है। हम सबके सामने दल की खोई हुई प्रतिष्ठा लौटाने की चुनौती है। उन्होंने कहा कि दल में बड़ी संख्या में नए लोग आ रहे हैं। जनता राष्ट्रीय दलों का विकल्प चाहती है और यूकेडी से बेहतर दूसरा कोई विकल्प जनता के सामने नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि संगठन में उन्हीं कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी, जो पार्टी के प्रति समर्पित हैं। साथ ही हरेक केंद्रीय पदाधिकारी को अपने-अपने बूथ की भी जिम्मेदारी लेनी होगी। स्वयं केंद्रीय अध्यक्ष भी अपने बूथ के अध्यक्ष होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत किया जाना जरूरी है।
जनपद प्रभारी और पूर्व ब्लॉक प्रमुख विजयंत सिंह निज्वाला ने कहा कि दल मूल निवास, सशक्त भू कानून, गैरसैंण राजधानी, रोजगार, बिजली, पानी, स्वास्थ्य जैसे गंभीर विषयों पर लगातार संघर्ष कर रही है।
यूकेडी जिलाध्यक्ष बुद्धिबल्लभ ममगाई ने केंद्रीय अध्यक्ष के स्वागत करते हुए कहा कि श्री कठैत जी के केंद्रीय अध्यक्ष बनने से पार्टी कार्यकर्ताओं के अंदर नई ऊर्जा का संचार हुआ है। हमें पूर्ण विश्वास है कि कठैत जी के नेतृत्व में दल को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। उन्होंने जिले में दल द्वारा किये जा रहे कार्यक्रमों की भी जानकारी दी।
राज्य आंदोलनकारी सतेंद्र भट्ट एवं यूकेडी के संस्थापक सदस्य रविन्द्र बलूनी ने कहा कि यूकेडी में पहली बार कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष का चुनाव किया है। इससे यही संदेश गया है कि यूकेडी का आंतरिक लोकतंत्र मजबूत है। अब यहाँ कार्यकर्ता अपने दल का नेता चुन सकता है।
इस मौके पर यूकेडी के निवर्तमान केन्द्रीय मीडिया प्रभारी मोहित डिमरी, केंद्रीय प्रवक्ता देवेंद्र चमोली, केंद्रीय प्रचार सचिव विष्णुकांत शुक्ला, निवर्तमान केंद्रीय सचिव पृथ्वीपाल रावत, पूर्व जिलाध्यक्ष बलवीर चौधरी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगत चौहान, जिला महामंत्री कमल रावत, संगठन मंत्री लोकेश भट्ट, सुंदर सिंह राणा, युवा जिलाध्यक्ष शुभांक मैठाणी, बसंत सिंह बिष्ट, विनोद पंवार, कुलदीप कंडारी, अरविंद राणा, सूरज पंवार सहित अन्य कई लोग मौजूद थे।