हरिद्वार-उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद की लक्सर पुलिस ने ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया जो स्वयं को रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन ऑफिसर बताकर घूमता था और फिर भूले-भटके बच्चों को अपना शिकार बनाता था। इतना ही नहीं आरोपी अपहरण किए बच्चों को गोद दिलाने के नाम पर बेच देता था। पुलिस ने बच्चों के अपहरण में आरोपी मोहम्मद मुस्तक कादरी को गिरफ्तार किया और निशानदेही पर दो अपहृत हुए बच्चों को भी सकुशल बरामद किया।
ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल एक महिला ने लक्सर कोतवाली में अपनी नाबालिग पुए के साथ किसी अज्ञात द्वारा कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर होटल में गलत काम करने की तहरीर दी। जांच में जुटी पुलिस को मोहम्मद मुस्तक कादरी पुत्र अकील अहमद निवासी सिरसौल पट्टी सीताराम बदायूं यूपी का नाम प्रकाश में आया। जिसे मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। तलाशी में मुस्तक कादरी से ऐसे दस्तावेज बरामद हुए जिससे पुलिस भी चौंक गई। जिससे आरोपी पर मानव तस्करी में लिप्त होने का संदेह हुआ।
पुछताछ में आरोपी ने बताया कि लोगों की नजरों में धूल झोंकने के लिए उसने चाईल्ड लाईन व प्रयास अनाथालय दिल्ली के फर्जी दस्तावेज बनाए हैं तथा हरिद्वार सिडकुल क्षेत्र में किराए का कमरा भी ले रखा था। इतना ही नहीं आरोपी अपना रौब झाड़ने के लिए स्वयं को रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन ऑफिसर बताता था। आरोपी ने बताया कि वह अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर भूले-भटके बच्चों को अपना शिकार बनाता था। आरोपी द्वारा अत्यधिक जरूरतमंद लोगों को बच्चा गोद दिलाने के नाम पर लगभग एक 01 वर्ष के बच्चे को दिल्ली बस अड्डे से तथा एक बच्चे को गाजियाबाद से चोरी कर उन्हें देहरादून एवं बदायूं में बेच दिया था।
आरोपी कादरी के खिलाफ दिल्ली से बच्चा चोरी होने की घटना में भी मुकदमा दर्ज है और गाजियाबाद से चुराए बच्चे के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपी की निशानदेही पर लक्सर पुलिस एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (हरिद्वार) ने दो बच्चों को सकुशल बरामद किया। नाबालिक से दुराचार के मामले में आरोपी ने हरिद्वार क्षेत्रांतर्गत शोभा लॉज में ले जाकर दुराचार किया गया। नाबालिक की आईडी प्राप्त ना करने के संबंध में पुलिस द्वारा होटल मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आरोपी के खिलाफ पोक्सो, अपहरण के अलावा मानव तस्करी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।