कोटद्वार-तुर्किये की भूकंप त्रासदी से मारे गए उत्तराखंड के कोटद्वार निवासी युवक विजय गौड़ का शव सोमवार को कोटद्वार लाया गया। जैसे ही शव पदमपुर सुखरो स्थित आवास पर पहुंचा तो परिजन फूटफूट कर रो पड़े और अन्य लोगों की आंखें नम हो गईं। इसके बाद गाड़ीघाट स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। युवक के छह वर्षीय पुत्र सिद्धार्थ और बड़े भाई अरुण गौड़ ने उन्हें मुखाग्नि दी।मूल रूप से जयहरीखाल ब्लॉक के रहने वाले विजय कुमार गौड़ (36) पुत्र स्व. रमेश चंद्र गौड़ का परिवार वर्तमान में कोटद्वार के पदमपुर सुखरो नेगी चौक पर रहता है। विजय बेंगलूरू की ऑक्सीप्लांट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में नौकरी करते थे और 22 जनवरी को कंपनी के काम से तुर्किये गए थे।
वह तुर्किये के ‘होटल अवसर’ में ठहरे हुए थे लेकिन छह फरवरी की सुबह 4:00 बजे आए भूकंप में उसका होटल भी ध्वस्त हो गया था और मलबे में दबकर उनकी मौत हो गई थी। तुर्किये में भारतीय दूतावास की ओर से युवक के शव को दिल्ली भेजा गया।
शव को देख बिलखते रहे परिजन
यहां विदेश मंत्रालय ने मृतक युवक की कंपनी से संपर्क किया तो कंपनी के कुछ लोग यहां पहुंचे। इसके बाद विजय का शव कंपनी के सदस्यों को सौंप दिया गया। कंपनी की ओर से एंबुलेंस से सोमवार दोपहर बाद 2:00 बजे युवक का शरीर उसके कोटद्वार स्थित पदमपुर सुखरो आवास लाया गया।
युवक का शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। रोते बिलखते परिजनों को लोगों ने बमुश्किल संभाला। अंतिम दर्शनों के बाद युवक का अंतिम संस्कार गाड़ीघाट स्थित मुक्तिधाम में किया गया। जहां पर प्रशासन की ओर से तहसीलदार कोटद्वार विकास अवस्थी समेत बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। युवक के छह वर्षीय पुत्र सिद्धार्थ और बड़े भाई अरुण गौड़ ने उन्हें मुखाग्नि दी।