थराली(चमोली)– विश्व प्रसिद्ध लाटू धाम के कपाट आगामी 6 महीने के लिए भक्तों के दर्शनार्थ आज पूर्णिमा के पर्व पर खोले दिये गये। आज बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सैकड़ों भक्तो की उपस्थिति में विधि विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ लाटू मंदिर के कपाट दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर खोले दिये गये हैं।इस अवसर पर उपस्थित श्रद्घालुओं नें स्थानीय ग्रामीणों के साथ पारम्परिक झोडा, झुमेला लोकनृत्य के साथ ही मां नंदा और लाटू देवता के लोकगीत और जागर भी लगाये।
बताते चलें कि मां नंदा देवी की छोटी और बड़ी कैलाश यात्रा वाण गांव से उनके यही धर्म भाई लाटू देवता यहां से हिमालय और कैलाश मार्ग की अगवानी करते हैं जिससे मां नंदा सकुशल कैलाश पहुंच सके।यह भी बता दें कि छोटी नंदा देवी लोकजात हर वर्ष आयोजित होती है जबकि बड़ी जात को राजजात के नाम से जाना जाता है जो प्रत्येक बारह वर्ष बाद आयोजित होती हैं जो कि एशिया की सबसे लंबी पदयात्रा होती है।यह हिमालयी रूपकुंड होते हुए कैलाश पहुंचती है।इन दोनों यात्राओं के दरमियान देश विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक हजारों और लाखों की संख्या में शिरकत करते हैं।
आज बैशाख पूर्णिमा और बुध पूर्णिमा के अवसर छ महीने के लिए आम श्रद्धालुओं के लिए खुले लाटू धाम के कपाट के पूजन अर्चन के अवसर पर लाटू देवता के पुजारी खीम सिंह नेगी, लाटू मंदिर समिति के पदाधिकारी, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, ब्लाक प्रमुख दर्शन सिंह दानू आदि जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।