रुद्रप्रयाग/केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पशुओं की मौत के बढ़ते मामलों को देखते हुए पशुपालन विभाग सक्रियता से नजर आ रहा है।विभाग ने जबरन पशुओं के इस्तेमाल पर 91 पशु मालिकों के चालान किये हैं और नौ एफआईआर दर्ज की हैं।
सचिव पशुपालन डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा कि यात्रा मार्ग पर पशुओं की मृत्यु पर विभाग पूरी तरह गम्भीर है,विभाग यात्रा मार्ग पर स्थिति का निरीक्षण कर रहा है।पशुओं को निरंतर चिकित्सा एवं उनके मालिकों को सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।उन्होंने बताया कि अभी तक विभाग द्वारा 6880 पशुओं का निरीक्षण किया गया है,साथ ही विभाग की ओर से 1804 पशुओं को चिकित्सा प्रदान की गई है।यात्राकाल के दौरान अभी तक 118 पशुओं को यात्रा के लिये अयोग्य पाया गया है वहीं 411 पशुओं की हालत देखते हुए यात्रा में जाने से रोका गया है।