पिथौरागढ़-सीमांत जिले में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। धारचूला के कूलागाड़ में मलबा और बोल्डर गिरने से तीनों घाटियों में आवागमन ठप हो गया है। लगातार बारिश से सड़क खोलने में बाधा आ रही है। पिथौरागढ़-घाट एनएच में मीना बाजार के पास सुबह मलबा आने से कई यात्री वाहन फंसे रहे। बारिश की वजह से मलबा-बोल्डर गिरने से जिले भर में 15 सड़कें बंद चल रही हैं।पिथौरागढ़ में शनिवार शाम से शुरू हुई बारिश का क्रम रविवार को भी जारी रहा। इस मानसून सीजन में पिछले 24 घंटे में पिथौरागढ़ तहसील में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है। बारिश ने रविवार को होने वाले कई कार्यक्रमों में बाधा पहुंचाई। लोग घरों में ही कैद होने को विवश हो गए। पिथौरागढ़-टनकपुर एनएच सुबह घाट के पास मलबा, पत्थर गिरने से बंद रहा। जेसीबी से सुबह सात बजे मलबा हटाया गया। इसके बाद फिर पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिर गए। दूसरी बार बंद सड़क को सुबह नौ बजे खोला गया।मैदानी क्षेत्रों से पिथौरागढ़ की ओर आने वाले वाहनों के साथ ही टनकपुर और अल्मोड़ा की ओर जाने वाले वाहन फंसे रहे। ऊपरी पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने के चलते दिन भर वाहनों का आवागमन प्रभावित रहा। इसके चलते यात्रियों सहित अन्य लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। धारचूला में शनिवार की रात से ही बारिश जारी है। टनकपुर-तवाघाट एनएच कूलागाड़ में बोल्डर, मलबा आने से बंद हो गया है।
चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क पांगला से बुदि तक तीन-चार जगह पर बंद हुई है। सड़क बंद होने से दोनों ओर दर्जनों वाहन फंसे हुए हैं। ग्रामीण पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं। आदि कैलाश और पंचाचूली जाने वाले पर्यटक धारचूला में ही रुके हुए हैं। एनएचपीसी कर्मी नवीन जोशी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण कार्यदायी संस्था को सड़क खोलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इधर रविवार को साप्ताहिक अवकाश के कारण दुकानें बंद रहती हैं लेकिन बारिश के कारण होटल, रेस्टोरेंट, फल-सब्जी की दुकानों से लेकर चाय के खोमचों पर भी सन्नाटा छाया रहा।