देहरादून-केदारनाथ हेली सेवा के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को ठगने वाले जालसाज पूरे देश में वारदात कर रहे थे। उत्तराखंड एसटीएफ इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनके खिलाफ देशभर में 6100 शिकायतें दर्ज हैं। जबकि, देश के अलग-अलग राज्यों में 280 मुकदमे हो चुके हैं। इस संबंध में उत्तराखंड के डीजीपी की ओर से सभी राज्यों के डीजीपी को पत्र लिखा जा रहा है। आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्तियां भी जब्त की जाएंगी।डीजीपी अशोक कुमार ने पटेल भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में इस गिरोह के संबंध में जानकारी दी। डीजीपी ने बताया कि इस साल चारधाम यात्रा की शुरुआत से ही पुलिस ने एहतियाती कदम उठाने शुरू किए थे। अब तक यात्रा के नाम पर ठगी करने वाली 41 फर्जी वेबसाइटों को बंद कराया जा चुका है। जबकि, एक मुकदमा दर्ज कर अलग-अलग जगहों से तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। यह गिरोह बिहार के नवादा में बैठकर ठगी कर रहा था।
डीजीपी के मुताबिक एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल की टीम ने इस गिरोह की पड़ताल की तो पता चला इस गिरोह के खिलाफ पूरे देश में 6100 से ज्यादा शिकायतें आईं हैं। सभी को हेली सेवा के फर्जी टिकट बेचकर ठगी की गई है। गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार करने का प्रयास चल रहा है। इनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई करने की भी तैयारी चल रही है। जल्द ही संबंधित राज्यों को इनकी संपत्तियां जब्त करने के लिए भी पत्र लिखे जाएंगे।
100 करोड़ रुपये बचाए पुलिस ने
डीजीपी ने बताया कि इन शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लोगों के 100 करोड़ रुपये से अधिक बचा लिए हैं। इनमें बहुत सा पैसा साइबर ठगों के खातों में फ्रीज कराया गया है। जबकि, अच्छी खासी रकम वित्तीय साइबर हेल्पलाइन के माध्यम से लोगों को वापस दिलाई गई है।
गाजियाबाद बना इंश्योरेंस फ्रॉड करने वालों का गढ़
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अब तक ठगी को अंजाम देने वाले राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर मेवात और झारखंड के जामताड़ा इलाके के होते थे। लेकिन, इंश्योरेंस फ्रॉड के लिए अब गाजियाबाद का नाम सामने आया है। यह गिरोह बीते छह-सात सालों से बीमा पॉलिसी में लाभ दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा है। इनके गैंग लीडर अजीत राठी को पिछले दिनों एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है। जब इस गिरोह की कुंडली खंगाली गई तो पता चला कि सदस्यों के खिलाफ देशभर के लोगों ने 1400 शिकायतें की हैं। इनके आधार पर गिरोह के खिलाफ 72 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें तेलंगाना में 32, उत्तर प्रदेश में 13, तमिलनाडु में सात, दिल्ली में पांच और हरियाणा में चार मुकदमे दर्ज हैं।