चमोली-उच्च शिखरीय पादप कार्यिकी शोध केंद्र(हैप्रेक)की ओर से चमोली जिले के पगना गांव में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में 40 से अधिक काश्तकारों और ग्रामीणों को औषधीय और सुगंध पादपों की 15 हजार पौधे निशुल्क वितरित किए गए।इस मौके पर काश्तकारों को जागरूक भी किया गया। इस दौरान हैप्रेक के प्रदीप डोभाल और जयदेव चौहान ने काश्तकारों को औषधीय पादपों के कृषिकरण की तकनीकी जानकारी भी दी।इस मौके पर मुख्य अतिथि दीपा देवी ने कहा कि आयोजित कार्यशाला हैप्रेक विभाग का सराहनीय कदम है।साथ ही औषधीय एवं पादपों की कृषिकरण किया जाय तो किसान को आय में जरूर लाभ होगा।