उत्तराखंड (अल्मोड़ा)- 1 जुलाई
उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में अल्मोड़ा जिले के बिनसर वन्यजीव अभ्यारण में हुई वनाग्नि में एक और मौत हुई है। इस वनाग्नि में झुलसे पीआरडी जवान कुंदन नेगी की 18 दिन बाद एम्स दिल्ली में मौत हो गई। इसके साथ ही इस घटना में मृतकों की संख्या अब छह हो गई है।
जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह तड़के दिल्ली एम्स में उपचार के दौरान पीआरडी जवान कुंदन नेगी उम्र 44 वर्ष निवासी खाखरी, भैसियाछाना ब्लाक की मौत हो गई है। 13 जून को बिनसर अभ्यारण्य में भीषण आग फैल गई थी। जिसके बाद आग को नियंत्रण करने के लिए वन विभाग के आठ कर्मचारी गए हुए थे। लेकिन आग से गंभीर रूप से झुलसने से चार वन कर्मियों त्रिलोक मेहता, करन आर्या, दिवान राम, पूरन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि एक वन कर्मी कृष्ण कुमार उम्र 21 वर्ष निवासी भेटुली की 10 दिन पहले बीते 20 जून को दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। दो झुलसे वन कर्मियों भगवत सिंह उम्र 38 वर्ष निवासी भेटुली व कैलाश भट्ट, निवासी घनेली उम्र 54 वर्ष का दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है। पीआरडी जवान की मौत की सूचना गांव में मिलते ही शोक की लहर छा गई। वन कर्मी का शव उनके पैतृक गांव पहुंचेगा,जिसके बाद आज सोमवार को अंतेष्टि की जाएगी। प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम हेम चंद्र गहतोड़ी ने वन कर्मी की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि घायलों की स्थिति ठीक है। पीड़ितों को हर संभव मदद दी जा रही है।
डीएफओ सिविल सोयम हेम चंद्र गहतोड़ी ने बताया कि वह 50 प्रतिशत से अधिक झुलस गया था। चिकित्सकों के लगातार प्रयास के बाद भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। इस घटना में मरने वालों की संख्या अब छह हो गई है। जिले में जंगल की आग से जलकर 11 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 18 दिन बाद पीआरडी जवान भैंसियाछाना के खाकरी निवासी कुंदन नेगी ने भी दम तोड़ दिया है। दो अन्य वन कर्मी अब भी जीवन और मौत से जंग लड़ रहे हैं। डीएफओ हेम चंद्र गहतोड़ी ने बताया कि रविवार तड़के तीन बजे के करीब उसकी मौत की सूचना मिली।