पौड़ी गढ़वाल -गढ़वाल वन प्रभाग द्वारा आयुक्त सभागार पौड़ी में भारतीय वन्य जीव संस्थान की सहायता से फॉरेंसिक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें साक्ष्य संग्रह और फॉरेंसिक प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. सी.पी. शर्मा ने वन्यजीव अपराध, तस्करी, वन्यजीव कानून और अदालत में अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं पर चर्चा की।डीएफओ पौड़ी स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि वन विभाग में वन्यजीव फोरेंसिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अवैध वन्यजीव व्यापार, शिकार और तस्करी से निपटने में मदद करता है।
यह प्रजातियों की पहचान कर और वन्यजीव उत्पादों के स्रोत का पता लगाकर कानून प्रवर्तन को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने, संकटग्रस्त प्रजातियों की सुरक्षा करने और जैव विविधता के संरक्षण में सहायक होता है। कार्यक्रम में क्षेत्र की वास्तिक समस्याओं का व्याख्यान व अपराध घटना स्थल जांच के माध्यम से समझने का प्रयास किया गया।कार्यक्रम में डीएफओ गढ़वाल स्वप्निल अनिरुद्ध, IFS एसडीओ आयशा बिष्ट, एसडीओ पवन नेगी तथा थलीसैंण , पोखरा, धुमाकोट, पौड़ी व पैठानी के रेंजर तथा फॉरेस्टर और वन रक्षक सहित कुल 50 उपस्थित रहे।