पौड़ी गढ़वाल
पेट्रोल पंप बिल्डिंग,कंप्यूटर मरम्मत,फर्नीचर मेंटेनेंस, दान-पूजा,बिजली-पानी खर्च जैसे मदों में फर्जी बिल..
मृत कर्मचारियों को जीवित दिखाकर उनके एवं फर्जी हस्ताक्षर बनाकर भी निकाली गई मोटी धनराशि…
गढवाल मोटर्स ऑनर्स यूनियन लिमिटेड कोटद्वार में ढाई करोड के घोटाले का पौड़ी पुलिस ने पर्दाफाश किया है। घोटाले में संलिप्त पूर्व अध्यक्ष समेत नौ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।पुलिस के मुताबिक जीएमओयू के मैनेजर सचिव प्रधान विजय पाल सिंह ने पुलिस एक शिकायती पत्र सौंपा। जिसमें उन्होंने जीएमओयू लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष, मैनेजर,अकाउंटेंट सहित नौ लोगों के खिलाफ जीएमओयू लिमिटेड के पैसों के गबन का आरोप लगाया। जिस पर पुलिस ने संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।इस दौरान पुलिस जांच में प्रकाश मे आया कि आरोपियों द्वारा एक राय होकर षडयत्र के तहत मृत व्यक्तियों,जीएमओयू लिमिटेड,अन्य स्टेशन,पेट्रोल पंपों में बिल्डिंग,कम्प्यूटर रिपेयर,मैन्टेनेन्स के नाम पर, दान-पूजा के नाम पर,कम्पनी,अन्य स्टेशन के नाम पर फर्नीचर रिपेयर,मैन्टेनेन्स नाम पर,कम्पनी,अन्य स्टेशन पेट्रोल पम्प के नाम पर लाईट व वाटर चार्जेस के रुप में विविध खर्चा,अनुबन्धित कर्मचारियों के वेतन के रूप में,ट्रैफिक अरेन्जमेन्ट के नाम पर कूटरचित बिल वाउचर्स तैयार किये गए।काल्पनिक व्यक्तियों के नामों से कूटरचित प्रार्थना पत्र तैयार कर फर्जी भुगतान दर्शाया गया। पुलिस विवेचना में पाया कि आरोपियों ने वित्तीय 2023-2024 में रुपये का दो करोड,अडतालीस लाख,तैतालीस हजार,सत्तासी रुपये का गबन किया गया है।साक्ष्यों के आधार पर आज पुलिस ने मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने आरोपियों की पहचान जीत सिंह पटवाल, ऊषा सजवान,अश्वनी कुमार रावत,मंजीत सैनी,अशोक कुमार,मुकेश कुमार,राजेश चन्द्र बुडाकोटी,वीरेन्द्र खन्तवाल, राकेश मोहन त्यागी के रूप में कराई है।