रुद्रप्रयाग। नगर पालिका क्षेत्र की सड़कों में वाहनों की चपेट में आकर घायल अवस्था में घूम रहे निराश्रित गोवंश का गौ रक्षा विभाग की टीम ने पशुपालन विभाग के सहयोग से ट्रीटमेंट किया। इसके साथ ही रैंतोली स्थित गोशाला में बीमार गोवंश का इलाज भी किया गया। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों से नगर क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में आये दिन पशुओं को छोड़ा जा रहा है, जिससे निराश्रित पशुओं की संख्या बढ़ती जा रही है।
गौ रक्षा विभाग की टीम पिछले तीन सालों से नगर पालिका रुद्रप्रयाग क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों में निराश्रित गोवंश की सेवा कर रही है। अब तक सैकड़ों निराश्रित घायल गोवंश का ट्रीटमेंट कर उनकी जान को बचाया गया है। इसके अलावा बद्रीनाथ हाईवे से सटे पपड़ासू गांव में गौ रक्षा विभाग के गोवंश रक्षाशाला में पचास के करीब निराश्रित गोवंश की सेवा की जा रही है, जबकि नगर पालिका के रैंतोली स्थित गोसदन में निराश्रित गोवंश की देख-रेख का जिम्मा भी गौ रक्षा विभाग की टीम संभाल रही है।

गौ रक्षा विभाग ट्रस्ट के अध्यक्ष रोहित डिमरी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों से नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में गोवंश को छोड़ा जा रहा है, जिससे निराश्रित गोवंश की संख्या बढ़ने लगी है। पुलिस, नगर पालिका, पशुपालन विभाग को इस मामले में गंभीर होने की जरूरत है। जो लोग अपने मवेशियों को इस तरह मरने के लिए सड़कों में छोड़ रहे हैं। इन पर ठोस कार्यवाही करने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि रविवार को नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में वाहनों की चपेट में आकर घायल हुए निराश्रित गोवंश का ट्रीटमेंट किया गया, जबकि रैंतोली स्थित गोसदन में जुखाम, बुखार बीमारी से परेशान निराश्रित गोवंश का इलाज किया गया। इस मौके पर पशुपालन विभाग के दुर्गा प्रसाद देवशाली, गौ रक्षा विभाग के उपाध्यक्ष दीपक नौटियाल, सचिव दीपक बिष्ट, अंकित राणा सहित अन्य मौजूद थे।








